शिमला:केंद्र सरकार की ओर से 8 जून से होटलों ओर रेस्टोरेंट के साथ ही मंदिरों को खोलने की गाइडलाइंस अनलॉक के पहले चरण में जारी कर दिए गए हैं. अब इन्हीं आदेशों के तहत प्रदेश में भी होटल, रेस्टोरेंट ओर मंदिरों को खोलने की तैयारी है, लेकिन प्रदेश के होटलियर्ज इस पक्ष में नहीं है की आठ जून से होटलों को खोला जाए.
होटलियर्ज यूनियन और होटल मालिकों की ओर से सरकार को भी यही सुझाव दिए गए हैं की अभी होटलों को खोलने के लिए समय सही नहीं है. प्रदेश में अभी पर्यटकों के आने पर प्रतिबंध रहेगा. ऐसे में होटलों को खोलने का कोई लाभ होटलियर्ज को नहीं मिलेगा. होटलों को खोलने पर बेकार में होटल मालिकों को कर्मचारियों की सैलरी का खर्चा उठाना पड़ेगा.
जब आमदनी ही नहीं होगी तो किस तरह से वह कर्मचारियों की सैलरी का खर्चा उठाएंगे. वहीं पानी, बिजली और गारबेज के भारी भरकम बिल भी उन्हें देने पड़ेंगे. अब जब होटलियर्स भी 8 जून से होटल खोलने के पक्ष में नहीं है तो ऐसे में प्रदेश सरकार भी इस बारे में विचार कर रही है. अभी किसी तरह के आदेश सरकार की ओर से 8 जून से प्रदेश में होटल को खोलने को लेकर नहीं दिए गए हैं.
इस बाबत अभी केंद्रीय स्वास्थ्य और पर्यटन मंत्रालय की गाइडलाइन को स्टडी किया जा रहा है. इसके बाद ही स्थिति प्रदेश सरकार की ओर से स्पष्ट की जाएगी, लेकिन अगर सरकार होटल खोलती भी है तो भी होटलियर्स नुकसान उठा कर अपने होटल नहीं खोलेंगे. यह फैसला हिमाचल के सभी होटलियर्स ने एक साथ मिलकर ही लिया है और उसके बाद ही सुझाव सरकार को दिए गए हैं.