शिमला:सीमेंट फैक्ट्रियों का माल भाड़ा राज्य सरकार की कंसल्टेंसी एजेंसी हिमकॉन की रिपोर्ट के आधार पर तय होगा. सरकार ने एजेंसी को माल भाड़े को फाइनल करने का काम दे दिया है. एजेंसी अगले चार दिनों में इसकी रिपोर्ट देगी. माल भाड़े को लेकर आज शिमला में सीविल सप्लाई कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में बनी सब कमेटी की एक बैठक भी हुई, जिसमें सीमेटं प्लांट्स के ट्रांसपोर्टर, कंपनी प्रबंधन शामिल हुए.(cement crisis in Himachal)(cement controversy in Himachal).
कमेटी ने ट्रांसपोर्टरों और कंपनी प्रबंधन से अलग-अलग बैठक की. दोनों पक्षों ने अपनी ओर से तय किराए को रखा. बैठक में हिमकॉन को निर्देश दिए गए कि वह चार दिनों में अपनी रिपोर्ट दे. हिमकॉन दोनों पक्षों के भाड़े के बाद इसको फाइनल करेगी. ऐसे में माना जा रहा है कि विधानसभा सत्र के बाद इसकी रिपोर्ट पर कोई फैसला हो पाएगा. सीमेंट माल भाड़े का निर्धारण राज्य सरकार की कंसल्टेंसी एजेंसी हिमकॉन कर रही है.
इसी एजेंसी ने 2005 में बनी कमेटी को माल भाड़ा कैलकुलेट कर दिया था. हालांकि यह किराया 6 रुपए प्रति किलोमीटर प्रति टन के हिसाब से तय किया गया था. लेकिन इसे लागू नहीं किया गया था, क्योंकि सीमेंट कंपनी अंबुजा और ट्रांसपोर्टरों के बीच यह विवाद आपस में सुलझा लिया था और दोनों ने बढ़े हुए भाड़े को मान लिया था. लेकिन अब जबकि फिर से अदानी समूह और ट्रांसपोर्टरों के बीच माल भाड़े को लेकर विवाद पैदा हो गया है तो इस एजेंसी को ही माल भाड़ा फाइनल करने का काम दिया गया है. बताया जा रहा है कि इसकी रिपोर्ट आने में चार-पांच दिन लगेंगे. इसके बाद इसको लेकर बैठक होगी.