शिमला:हिमाचल प्रदेश में मानसून ने इस साल काफी हाहाकार मचाया. प्रदेश में इस साल आफत की बरसात ने इस कदर कहर बरपाया कि कई लोगों के सिर से आशियाने तो कई लोगों के सिर से बड़ों का साया, तो कुछ लोग निःसंतान हो गए. साल 2022 के मानसून आफतकाल में बहुत से लोगों ने अपनों को खोया. जिसकी भरपाई ताउम्र नहीं हो सकती. 2022 के मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश को करीब 2259 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. करीब 435 मासूम लोगों की जानें गईं, जबकि 769 घायल हुए. ये बरसात कई लोगों को जिंदगी भर के जख्म देकर गई है. (Loss of life and Property in Monsoon in Himachal) (Monsoon damage in Himachal)
बरसात में जानी नुकसान के अलावा, सड़कों, पुलों, पानी की परियोजनाओं, स्कूलों, बिजली की परियोजनाओं के साथ-साथ खेती बाड़ी को भी क्षति पहुंची है. राज्य में कुल 2259 करोड़ का नुकसान हुआ है, जिसमें करीब 30 करोड़ का नुकसान निजी संपत्ति का है. सरकार ने इस दौरान करीब 117.40 करोड़ रुपए का मुआवजा मृतकों को दिया है. इसके अलावा सरकार द्वारा राहत व बचाव कार्य पर करीब 256.86 करोड़ की राशि खर्च की गई.
हिमाचल में 435 लोगों की गई जान- राज्य में अबकी बार बरसात के मौसम में 435 लोगों की जानें गई हैं. कई जगह भूस्खलन से घरों में ही लोग दब गए. इसके अलावा 769 लोग घायल हुए. बरसात के मौसम में 15 लोग लापता भी हुए. राज्य में 266 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए, जिनमें 51 पक्के मकान जबकि 211 कच्चे मकान थे. इसके अलावा 237 पक्के मकानों को भी बरसात में नुकसान पहुंचा है जबकि 934 कच्चे मकानों को भी क्षति पहुंची है. (Loss of life in Himachal Monsoon) (Monsoon in Himachal)
1111 गौशालाएं बरसात में क्षतिग्रस्त-मानसून की बारिश में हिमाचल में पशु धन को भी भारी नुकसान हुआ है. राज्य में 1111 गौशालाएं इस दौरान ढह गईं. इसके अलावा 26 लेबर शेड-हट्स भी बह गई. 173 दुकानों को भी इसमें नुकसान हुआ है. 63 घराट और शमशान घाटों को भी बारिश से नुकसान हुआ है. करीब 980 पशुओं और पक्षियों को भी नुकसान हुआ है. पशु धन का करीब 61.32 लाख का नुकसान आंका गया है.