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Himachal Year Ender 2022: हिमाचल को इस साल केंद्र सरकार से मिले ये 10 तोहफे, AIIMS से लेकर Bulk Drug Park की सौगात

साल 2022 में केंद्र की भाजपा सरकार ने हिमाचल प्रदेश को कई सौगातें दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल को अपना दूसरा घर बताते हैं. ऐसे में उन्होंने प्रदेश को कई तोहफे दिए. (Himachal Year Ender 2022) केंद्र ने 2022 में हिमाचल को क्या दिया जानें...

Central government gave many gifts to Himachal
Central government gave many gifts to Himachal

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Published : Dec 26, 2022, 6:13 PM IST

Updated : Dec 31, 2022, 7:58 AM IST

शिमला:हिमाचल प्रदेश में साल 2022 के अंत में कांग्रेस की सरकार बन चुकी है. लेकिन इससे पहले प्रदेश में भाजपा की जयराम सरकार थी. वहीं, केंद्र में भी भाजपा है. ऐसे में डबल इंजन की सरकार प्रदेश में कितना विकास करवा पाई ये आपको बताएंगे. प्रदेश की पूर्व की जयराम सरकार केंद्र से हिमाचल के लिए क्या कुछ मांग पाई या फिर यूं कहें कि केंद्र ने हिमाचल को क्या बड़े तोहफे दिये. आइये जानते हैं साल 2022 में केंद्र से हिमाचल को क्या- क्या मिला. (Himachal Year Ender 2022) (Central government gave many gifts to Himachal)

बल्क ड्रग पार्क का शिलान्यास

हिमाचल को मिला Bulk Drug Park:केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 21 मार्च, 2020 को हिमाचल प्रदेश के लिए बल्क ड्रग पार्क योजना को मंजूरी दी थी. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 अक्टूबर 2022 को ऊना जिला के हरोली में बल्क ड्रग पार्क का शिलान्यास किया था. बल्क ड्रग पार्क की लागत करीब 2000 करोड़ रुपए है. इससे हिमाचल प्रदेश दुनिया का फार्मा सिरमौर बन जाएगा. एशिया के फार्मा हब के तौर पर सोलन जिले का बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ यानी बीबीएन चर्चित है. हरोली में बल्क ड्रग पार्क के बन जाने से चीन पर कच्चे माल की निर्भरता खत्म होगी. बल्क ड्रग को API यानी active pharmaceutical ingredient कहा जाता है. जो किसी भी दवा का मुख्य तत्व है. API दवा बनाने में इस्तेमाल होने वाले दो कंपोनेट में से एक है, इसे किसी दवा के लिए कच्चा माल कहा जा सकता है. ऐसे में बल्क ड्रग पार्क एक ऐसा स्थान होगा जहां दवा तैयार करने में इस्तेमाल होने वाले अलग-अलग तत्वों का निर्माण होगा.

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का शुभारंभ करते पीएम मोदी.

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की मिली सौगात:हिमाचल को अक्टूबर महीने में ही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऊना से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. ये ट्रेन अंब-अंदौरा से नई दिल्ली तक चल रही है. ऊना व आसपास के जिलों जैसे हमीरपुर, कांगड़ा, बिलासपुर आदि जिलों के जो लोग दिल्ली में रोजगार के सिलसिले में निवास करते हैं, उनके लिए ये ट्रेन सुविधाजनक साबित हुई है. इससे हिमाचल से चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों के लिए भी सुविधा हुई है. इस ट्रेन की स्पीड 86 किलोमीटर प्रति घंटा है. ये देश में चलने वाली चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है. (Vande Bharat Express in Himachal)

IIIT ऊना का लोकार्पण

IIIT ऊना का लोकार्पण:ऊना में पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्रिपल आईटी परिसर का शुभारंभ भी किया. ऊना में स्थापित भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) का शुभारंभ भी अक्टूबर 2022 में हुआ. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी से हिमाचल के युवाओं को लाभ मिल रहा है. यहां देश के अन्य हिस्सों से भी युवा इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी की पढ़ाई के लिए आते हैं. पीएम मोदी ने ही साल 2017 में इस संस्थान की आधारशिला रखी थी. 128 करोड़ की लागत से बने IIIT कैंपस में 750 विद्यार्थियों की शिक्षा के साथ-साथ तीन हॉस्टल भी बनाए गए हैं, जिसमें प्रत्येक हॉस्टल की क्षमता 250 है.

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-3 का शुभारंभ

चंबा जिला को मिला 2 जलविद्युत परियोजनाओं का तोहफा:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर में ही चंबा का दौरा किया और दो जलविद्युत परियोजनाओं की आधारशिला रखी. 48 मेगावाट की चांजू-3 व 30 मेगावाट की देवथल-चांजू जलविद्युत परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई. इन दोनों परियोजनाओं से सालाना 270 मेगावाट बिजली पैदो होगी और हिमाचल को सालाना यहां से 110 करोड़ रुपए रेवेन्यू मिलेगा.

हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा

हाटी समुदाय को मिला जनजातीय दर्जा:सिरमौर जिले में हाटी समुदाय को जनजातीय का दर्जा दिए जाने की छह दशक पुरानी मांग को केंद्र सरकार ने पूरा किया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में गिरिपार के हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने का निर्णय लिया गया. इससे चार विधानसभा क्षेत्रों की 154 पंचायतों के लोग लाभान्वित होंगे. हाटी समुदाय 14 जातियों व उपजातियों का समूह है. वहीं, एसटी का दर्जा मिलने से बाद जिले में जश्न का माहौल रहा.

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बिलासपुर

बिलासपुर में एम्स का शुभारंभ:हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर जिला में एम्स यानी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान फंक्शनल हुआ है. पीएम नरेंद्र मोदी ने 5 अक्टूबर को एम्स बिलासपुर का शुभारंभ किया. एम्स बिलासपुर 1470 करोड़ से अधिक की लागत से तैयार हुआ है. यहां एमबीबीएस की सौ सीटें होंगी. इसके अलावा सभी स्पेशिएलिटी व सुपर स्पेशिएलिटी डिपार्टमेंट सेवाएं देंगे. इससे हिमाचल के लोगों की पीजीआई चंडीगढ़ व एम्स दिल्ली की दौड़ रुकेगी और यहीं सुविधा मिलेगी. एम्स बिलासपुर का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 अक्टूबर 2017 को लुहणू में किया था. उसके बाद 21 जनवरी 2019 को भूमि पूजन के बाद जून 2019 में इसके निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया था. 247 एकड़ में फैला यह अस्पताल 24 घंटे आपातकालीन और डायलिसिस सुविधाओं, अल्ट्रासोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एमआरआई आदि जैसी आधुनिक डायग्नोस्टिक मशीनों, अमृत फार्मेसी और जन औषधि केंद्र और 30 बिस्तरों वाला आयुष ब्लॉक से लैस है. (AIIMS in Bilaspur)

हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बिलासपुर

हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्धाटन:बिलासपुर जिले में ही बंदला नामक इलाके में देश के पहले हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में भी क्लासिज शुरू हो गई हैं. प्रधानमंत्री ने ही गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन किया था. लगभग 140 करोड़ रुपये की लागत से, कॉलेज पनबिजली परियोजनाओं के लिए प्रशिक्षित जनशक्ति उपलब्ध कराने में मदद करेगा, जिसमें हिमाचल प्रदेश अग्रणी राज्यों में से एक है. यह युवाओं के कौशल को बढ़ाने और पनबिजली क्षेत्र में रोजगार के पर्याप्त अवसर प्रदान करने में मदद करेगा.

नालागढ़-पिंजौर फोरलेन को मिली मंजूरी:केंद्र सरकार ने वर्ष 2022 में ही हिमाचल प्रदेश को नालागढ़-पिंजौर फोरलेन मंजूर किया है. ये फोरलेन 1692 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होगा. इससे हिमाचल के इंडस्ट्री सेक्टर को लाभ होगा.

नालागढ़ में बनेगा मेडिकल डिवाइस पार्क

नालागढ़ में बनेगा मेडिकल डिवाइस पार्क:नालागढ़ में ही मेडिकल डिवाइस पार्क बनने जा रहा है. इसके बनने से मेडिकल उपकरणों के मामले में मेडिकल सेक्टर आत्मनिर्भर होगा. मेडिकल डिवाइस पार्क का निर्माण नालागढ़ में 265 एकड़ में किया जाएगा. इस पार्क के निर्माण के बाद निवेशकों को के रुपये वर्ग मीटर प्रति दर से जमीन लीज पर दी जाएगी और बिजल 3 रुपये प्रति किलोवाट की दर मुहैया कराई जाएगी. पार्क में विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाएं उपलब्ध करावाई जाएंगी. जैसे थ्रीडी डिजाइन, रैपिड प्रोटोटाइप और टूलिंग लैब, इलेक्ट्रॉनिक डिजाइन और विकास लैब, हेप्टिक मेक्ट्रोनिक्स मेडिकल रोबोटिक्स लैब, बायो कंपेटिबिलिटी और बायो मटेरियल टेस्टिंग लैब, गामा इरेडिएशन, इनक्यूबेशन सेंटर और इंटरनेट ऑफ मेडिकल टेक्नोलॉजी लैब शामिल हैं.

हिमाचल के हिस्से 3000 किलोमीटर लंबी सड़कें:पीएम नरेंद्र मोदी ने चंबा जिले के दौरे के समय ही पीएमजीएसवाई के तीसरे चरण का शुभारंभ किया. इस चरण में हिमाचल के हिस्से तीन हजार किलोमीटर लंबी सड़कें आएंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 अक्टूबर को चंबा से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-3 का शुभारंभ किया था. इस महत्वपूर्ण योजना के अंतर्गत राज्य के सैकड़ों गांव मजबूत सड़क सुविधा से जुड़ेंगे.

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Last Updated : Dec 31, 2022, 7:58 AM IST

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