मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल. शिमला: हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट बदल ली है. प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई है. तो वहीं, निचले इलाकों में बारिश शुरू हो गई है. प्रदेश की लाहौल-स्पीति, कुल्लू, चंबा, किन्नौर, मनाली, शिमला जिले के ऊपरी भागों में बर्फबारी शुरू हो गई है. लाहौल घाटी में बर्फबारी होने से अटल टनल वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गई है. ऐसे में लोगों को एक बार फिर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
ऊपरी इलाकों में तापमान माइनस डिग्री- प्रदेश में हुए ताजा हिमपात से अभी तक कई सड़कें और बिजली ट्रांसफार्मर भी बाधित हो गए हैं. ऐसे में अगर आप हिमाचल के ऊपरी इलाकों में सफर कर रहे हैं तो सड़कें और मौसम साफ होने का इंतजार करें. ताकि जान-माल के नुकसान से बचा जा सके. प्रदेश में मौसम खराब होने से तापमान में भी गिरावट आ गई है. प्रदेश के ऊपरी इलाकों कल्पा और केलांग में तापमान माइनस डिग्री के नीचे लुढ़क गया है.
9 फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय- मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल का कहना है कि बीते 24 घंटो के दौरान ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है, जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश हुई है जो अभी भी जारी है. इससे तापमान में काफी गिरवाट दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि आगामी 2 दिनों तक मौसम ज्यादा खराब नहीं होगा. जबकि 9 फरवरी से फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है. इस दौरान प्रदेश के मध्य और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी देखने को मिल सकती है. हालांकि उसके बाद मौसम साफ रहने की संभाावना जताई है.
लोगों को राजधानी में बर्फबारी की उम्मीद-बता दें कि पिछले दिनों प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी ने दस्तक दी, लेकिन प्रदेश के बहुत से लोगों को अभी भी बर्फबारी का इंतजार है. ऊंचाई और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी ने जरूर कुछ राहत दी है, लेकिन शिमला समेत कई इलाकों में बर्फबारी का दीदार नहीं हो सका. अब मौसम ने एक बार फिर करवट बदल ली है और शिमला शहर में आसमान बादलों से भर गए हैं. ऐसे में लोगों को इस बार राजधानी में बर्फबारी की उम्मीद है.
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