शिमला :हिमाचल प्रदेश में पिछले करीब 24 घंटे से बारिश हो रही है. जिसके कारण प्रदेश के कई जिलों में जनजीवन पटरी से उतर गया है. राजधानी शिमला में भी बीती रात से भारी बारिश हो रही है. जिसकी वजह से जगह-जगह लैंडस्लाइड हो रहे हैं. शहर में कई जगह इमारतों को भी खतरा पैदा हो गया है. शहर में भारी बारिश के बाद पेड़ों के गिरने का सिलसिला भी जारी है. भूस्खलन और पेड़ गिरने से कई मकानों को खतरा बना हुआ है और इसकी वजह से लोगों में दहशत बनी हुई है. खतरे को देखते हुए शिमला में विभिन्न जगहों पर करीब डेढ दर्जन से ज्यादा घरों को खाली करवाया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटे में बिलासपुर के बाद सबसे ज्यादा बारिश शिमला में दर्ज की गई है. शिमला में 132 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि बुधवार सुबह सिर्फ एक घंटे के दौरान ही शिमाल में 62 मिमी. बारिश दर्ज की गई.
खलीणी में कैंटीन पर गिरा मलबा, चार लोग सुरक्षित निकाले- शिमला के खलीणी में वन विभाग की एक कैंटीन भूस्खलन की चपेट में आ गई. हादसे के वक्त कैंटीन में चार लोग फंस गए थे, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. शिमला में भूस्खलन से कई जगह मकानों को खतरा पैदा हो गया है.
कई घर करवाए गए खाली- शिमला के कृष्णागनर इलाके में फिर से कई मकानों को खतरा पैदा हो गया है. इसके चलते यहां 5 घरों को खाली कराया गया है. शिमला के भट्टाकुफर के गाहन इलाके में भी भूस्खलन होने से दो से तीन मकानों को खतरा बना हुआ है. यहां से भट्टाकुफर की ओर जाने वाली सड़क भी पूरी तरह से बंद हो गई है. यह दूसरी बार है जब यहां भूस्खलन हुआ है. जिसकी वजह से यहां से पैदल जाने के लिए भी रास्ता नहीं बचा है. इसके अलावा फागली के रामनगर में नाले के ओवरफ्लो होने से पानी कई घरों में घुस गया. विजय नगर में दो मकान खाली करवाए गए हैं. ढली के इंद्रनगर में भी खतरे को देखते हुए तीन घरों को खाली कराया गया है. संजौली के इंजनगर घर क्षेत्र में भूखलन के खतरे देखत हुए चार घरों को एहतियात पर खाली किया गया है.
शिमला के शनान में भी भूस्खलन से कई घरों को खतरा पैदा हो गया है. इससे यहां भी कुछ घरों को खाली करवाया गया है. समरहिल के साथ लगते नेरी में भी लैंडस्लाइड हुआ है. बताया जा रहा है, जिसके कारण यहां एक मकान के आगे का हिस्सा धंस गया है, जिससे आस-पास के घरों के लिए भी खतरा पैदा हो गया है. इस इलाके के लोग भी डरे हुए हैं.
मलबे में दबी प्राइवेट बस-बुधवार को शिमला ISBT के पास एक प्राइवेट बस मलबे में दब गई. बताया जा रहा कि यह बस आईएसबीटी के पास सड़क पर पार्क की गई थी. रात को भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड हुआ, जिसके बाद ये बस मलबे की चपेट में आ गई.
नाभा में सरकारी बिल्डिंग पर गिरे पेड़-शिमला में सरकारी कर्मचारियों की सबसे बड़ी कॉलोनी नाभा में भी एक सरकारी आवास पर पेड़ गिर गए. इससे इस भवन की छत क्षतिग्रस्त हुई है. बताया जा रहा है कि यहां पर कुछ और पेड़ भी गिरने की कगार पर हैं. लोग यहां दहशत के साये में जी रहे हैं. शिमला में लिफ्ट के समीप माल रोड के पास भी एक पेड़ धाराशायी हो गया है. यह पेड़ बिजली की लाइन पर गिरा जिससे इस इलाके में बिजली की सप्लाई भी बाधित हो गई.