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जांच पूरी होने तक JBT नियुक्तियों पर रहेगी रोक, CM सुक्खू के आश्वासन के बाद जेबीटी प्रशिक्षुओं ने आंदोलन लिया वापस - हिमाचल प्रदेश न्यूज़

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जेबीटी प्रशिक्षुओं को बैठक की. जिसमें सीएम ने जेबीटी प्रशिक्षुओं को आश्वासन दिया कि जब तक इन भर्तियों की जांच नहीं होती तब तक नियुक्तियां नहीं होंगी. इस आश्वासन के बाद जेबीटी प्रशिक्षुओं ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है. पढ़ें पूरी खबर...

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CM सुक्खू के आश्वासन के बाद जेबीटी प्रशिक्षुओं ने आंदोलन लिया वापस

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Published : Jun 19, 2023, 5:50 PM IST

शिमला:हिमाचल में बीएड पास प्रशिक्षुओं की जेबीटी भर्ती के विवाद के बाद सरकार ने इनकी नियुक्तियों पर रोक लगाने का फैसला लिया है. मुख्यमंत्री ने जेबीटी प्रशिक्षुओं को बैठक के दौरान आश्वासन दिया कि जब तक इन भर्तियों की जांच नहीं होती तब तक नियुक्तियां नहीं होंगी. इसके बाद जेबीटी प्रशिक्षुओं ने अपना आंदोलन वापस ले लिया. इससे पहले प्रदेशभर से जुटे जेबीटी प्रशिक्षु राज्य सचिवालय के बाहर सड़क पर बैठ गए थे और साफ कहा था कि जब तक बीएड प्रशिक्षुओं की जेबीटी के पदों पर नियुक्तियों को रोका नहीं जाता वे क्रमिक अनशन करेंगे.

प्रशिक्षु बीते कल ही शिमला पहुंच गए थे, जहां पहले उन्होंने शिमला में डीसी आफिस के बाहर धरना दिया और इसके बाद शाम को राज्य सचिवालय पहुंच गए, जहां वे धरने पर बैठे. इसके बाद इन्होंने क्रमिक अनशन करने का ऐलान किया था. प्रशिक्षु इस मसले को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने चाह रहे थे. जेबीटी प्रशिक्षुओं की आज मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई. जेबीटी प्रशिक्षुओं ने आरोप लगाया कि जेबीटी की भर्तियों में धांधलियां हुई हैं. उन्होंने मांग की कि जेबीटी के पदों पर बीएडी की भर्तियां रोकी जानी चाहिए. इसके बाद मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि जब तक जांच नहीं होती तब तक इन पर नियुक्तियां नहीं दी जाएंगी. इसके बाद जेबीटी प्रशिक्षुओं ने क्रमिक अनशन न करने का फैसला किया.

जेबीटी के पदों पर बीएड प्रशिक्षुओं की नियुक्तियों का हो रहा भारी विरोध:प्रदेश में 40 हजार से अधिक जेबीटी बेरोजगार युवा है, जो भर्ती का इंतजार कर रहे हैं. जेबीटी प्रशिक्षुओं का कहना है कि प्रदेश शिक्षा विभाग ने बीएड पास को भी जेबीटी के पदों पर नियुक्तियां देनी शुरू कर दी हैं, जबकि यह मामला अभी कोर्ट में है. जेबीटी प्रशिक्षुओं ने आरोप लगाया कि बिना दस्तावेज देखे जेबीटी के पदों पर बीएड के प्रशिक्षुओं को नियुक्तियां दी गई है, इसमें धांधलियां हुई हैं.

इन प्रशिक्षुओं का यह भी कहना था कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों से पहले वादा किया था कि सरकार बनने पर जेबीटी भर्ती में बीएड को बाहर करेंगे. लेकिन इसके बाद अब उनको नियुक्तियां दी जा रही हैं. जेबीटी प्रशिक्षुओं ने बीएड पास प्रशिक्षुओं को योग्य करार देना सरासर गलत बताया और कहा था कि अगर सरकार उनके पक्ष में फैसला नहीं करती तो वे आंदोलन तेज कर आमरण अनशन शुरू करेंगे. हालांकि मुख्यमंत्री के साथ बातचीत के बाद अब जेबीटी प्रशिक्षुओं ने आंदोलन वापस लेने का ऐलान किया है.

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