हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

हिमाचल में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद वन विभाग ने पड़ोसी राज्यों को भेजा अलर्ट

हिमाचल प्रदेश वन्य प्राणी विंग ने पड़ोसी पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, दिल्ली समेत कई राज्यों को अलर्ट जारी किया है. अलर्ट में कहा गया है कि वे अपने राज्यों के प्रवासी पक्षियों की गतिविधियों पर नजर रखें. ये अलर्ट पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की मौत के बाद जारी किया गया है.

By

Published : Jan 5, 2021, 11:35 AM IST

bird flu in himachal
bird flu in himachal

शिमला: हिमाचल प्रदेश वन्य प्राणी विंग ने पड़ोसी पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, दिल्ली समेत कई राज्यों को अलर्ट जारी किया है. अलर्ट में कहा गया है कि वे अपने राज्यों के प्रवासी पक्षियों की गतिविधियों पर नजर रखें. ये अलर्ट पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की मौत के बाद जारी किया गया है.

इन पक्षियों में एक नई किस्म के बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. विभाग की ओर से कहा गया है कि हिमाचल में पाया गया बर्ड फ्लू सामान्य फ्लू नहीं है, यह पक्षियों से इन्सान में भी फैल सकता है. पौंग झील में बर्ड फ्लू से प्रवासी पक्षियों की मौत का आंकड़ा 2000 पार कर गया है. राज्य सरकार ने इस संबंध में विदेश मंत्रालय को भी रिपोर्ट भेजी दी है.

राज्य सरकार ने रिपोर्ट में कहा है कि जहां से प्रवासी पक्षी हिमाचल आते हैं, इनमें प्रमुख तौर पर सेंट्रल एशिया, साइबेरिया, मंगोलिया, यूरोप के कई देश शामिल है इन देशों के प्रवासी पक्षी अक्टूबर-नवंबर में हिमाचल आने शुरू हो जाते हैं.

10 किलोमीटर के एरिया में नष्ट होंगे पोल्ट्री फार्म

मृत पक्षियों को नष्ट करने के लिए कर्मचारियों को पीपीई किट मास्क और ग्लब्स पहनने होंगे. इसके अलावा 10 किलोमीटर के दायरे में कांगड़ा जिले में पोल्ट्री फार्म नष्ट किए जाएंगे. इसके अलावा पौंग बांध के साथ लगने वाली चार विधानसभा क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया गया है. यहां मांस-मछली और अंडों की बिक्री पर अगले आदेश तक रोक रहेगी.

कॉन्सेप्ट इमेज.

पीसीसीएफ वन्य प्राणी विंग अर्चना शर्मा का कहना है यह बर्ड फ्लू सामान्य नहीं है. इसके लक्षण सर्दी जुकाम खांसी बुखार जैसे ही होते हैं. यह पक्षी से इन्सान में फैल सकता है. एहतियाती तौर पर पड़ोसी राज्यों को भी अलर्ट किया गया है.

राज्य के सभी मंडलों को एडवायजरी जारी

इसके अलावा राज्य में सभी मंडलों के अधिकारियों को एडवायजरी जारी की गई है. बर्ड फ्लू के बाद अब डीसी कांगड़ा ने मुर्गियों और चूजों की बिक्री पर पाबंदी के आदेश जारी कर दिए हैं. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज भोपाल ने बर्ड फ्लू की पुष्टि कर दी है.

आज मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक के बाद इस महामारी पर विशेष चर्चा की जाएगी. पशुपालन विभाग ने भी प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है. विशेषज्ञों का कहना है कि बर्ड फ्लू का वायरस मुर्गियों में भी पाया गया, तो यह सबसे बड़ा खतरा बन जाएगा. मुर्गियों से इंसानों में वायरस फैलने की अधिक संभावना रहती है.

इसके अलावा शीतकालीन प्रवास के लिए हजारों की संख्या में विदेशी पक्षी प्रदेश में आए हुए हैं. इनमें भी वायरस का डर सताने लगा है. सांभर झील त्रासदी के समय भी सबसे अधिक विदेशी पक्षी ही महामारी की चपेट में आए थे.

पक्षियों में पाया गया नया बर्ड फ्लू ज्यादा खतरनाक

पक्षियों में पाया गया नया बर्ड फ्लू इंसानों के लिए अधिक खतरनाक साबित हो सकता है. इस फ्लू के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं, जैसे सांस लेने में समस्या, उल्टी होने का एहसास, बुखार, नाक बहना, मांसपेशियों, पेट के निचले हिस्से और सिर में दर्द रहना.

यह बीमारी इंसानों में मुर्गियों और संक्रमित पक्षियों के बेहद पास रहने से होती है. यह वायरस इंसानों में आंख, नाक और मुंह के जरिए प्रवेश करता है. एवियन इन्फ्लूएंजा-H5N1 नाम का यह वायरस काफी खतरनाक होता है और यह इंसानों की जान तक ले सकता है.

इस वायरस से बचने के लिए डॉक्टर अकसर सलाह देते हैं कि अगर बर्ड फ्लू का संक्रमण इलाके में फैला है तो अंडा, मछली एवं चिकन से कुछ समय परहेज करें, आस-पास साफ-सफाई रखें और संक्रमित एरिया में मास्क लगाकर ही जाएं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details