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Himachal Road Accidents: हिमाचल में इस साल मानसून सीजन में सड़क हादसों ने छीन लिए 204 जीवन, रोड एक्सीडेंट्स में हर साल औसतन 1200 लोगों की मौत - हिमाचल मानसून सजीन में सड़क हादसा

हिमाचल में हर साल सड़क हादसों का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है. अगर आंकड़ों पर नजर डाले तो 20 सालों में 20 हजार से अधिक लोगों की जान सड़क हादसों में चली गई है. वहीं, सालाना औसतन 1200 लोग रोड एक्सीडेंट में अपनी जान गवां रहे हैं. पढ़िए पूरी खबर...(Himachal road accidents) (Himachal road accidents Graph Increasing).

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हिमाचल साल दर साल रोड एक्सीडेंट

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Oct 25, 2023, 10:57 AM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस साल मानसून सीजन में अभूतपूर्व नुकसान हुआ है. आंकड़ों के अनुसार बरसात में 204 लोग सड़क हादसों के कारण जान गंवा बैठे. वैसे तो भूस्खलन व अन्य कारणों से मानसून सीजन में राज्य में मौत का आंकड़ा 509 रहा, लेकिन अकेले रोड एक्सीडेंट में 204 लोगों का जीवन काल का ग्रास बन गया. शिमला व चंबा जिला में इस दौरान 30-30 लोगों की जान गई तो, सोलन जिला में 29 लोगों की मौत हुई. हिमाचल की पीड़ा ये है कि सभी संभव प्रयास करने के बाद भी सड़क हादसों का दौर नहीं थमता. राज्य में हर साल औसतन 1200 से अधिक लोग रोड एक्सीडेंट में जान गंवाते हैं. वहीं, घायलों की संख्या भी भयावह रूप से परेशान करती है.

सड़क हादसों के पीछे मुख्य वजह:हिमाचल प्रदेश में हर साल औसतन 3000 से अधिक लोग विभिन्न सड़क हादसों में घायल होते हैं. प्रदेश में यदि पिछले दो दशक की बात की जाए तो 20 हजार से अधिक लोगों की जान सड़क हादसों में गई है. हादसों का कारण तंग सड़कें, ब्लैक स्पॉट, ड्राइवरों की लापरवाही सहित अन्य वजह हैं. इसके अलावा तेज रफ्तार और नशे की हालत में ड्राइविंग भी एक मुख्य कारण हैं. पुलिस विभाग समय-समय पर हादसों का वैज्ञानिक विश्लेषण करती है. हाल ही में पुलिस ने 13,740 सड़क हादसों का वैज्ञानिक विश्लेषण किया था.

ओवर स्पीड से 49 फीसदी सड़क हादसे: पुलिस द्वारा किए हादसों का वैज्ञानिक विश्लेषण के अनुसार राज्य में अकेले 6673 सड़क दुर्घटनाएं ओवर स्पीड की वजह से हुई. यह कुल हादसों का 49 फीसदी है. रैश ड्राइविंग के कारण 2,638 एक्सीडेंट हुए और ये कुल हादसों का 19 प्रतिशत है. बिना सिग्नल दिए वाहन मोड़ने के कारण 1,505 यानी 11 प्रतिशत और खतरनाक तरीके से ओवरटेक करने से 866 एक्सीडेंट हुए. इसके अलावा कुल 13,740 दुर्घटनाओं में नशे की हालत में 554 हादसे हुए. तीखे मोड़ यानी ब्लाइंड कर्व के कारण 204 और पैरापिट न होने के कारण 185 सड़क दुर्घटनाएं हुईं.

हिमाचल साल दर साल रोड एक्सीडेंट

हिमाचल में इस बार मानसून सीजन में मिले जख्म:हिमाचल में इस बार मानसून सीजन में कुल 509 लोगों ने जान गंवाई. इसमें 204 लोग सड़क हादसों में मारे गए. जिला बिलासपुर में 10, चंबा में 30, हमीरपुर में 8, कांगड़ा जिला में 20, किन्नौर में 8, कुल्लू जिला में 11, लाहौल में 4, मंडी जिला में 15, शिमला में 30, सिरमौर में 18, सोलन में 29 व ऊना में 21 लोग सड़क हादसों का शिकार हुए. ये आंकड़ा 24 जून से 5 अक्टूबर तक का है.

हिमाचल साल दर साल रोड एक्सीडेंट

'हिमाचल सरकार कर रही सड़क सुरक्षा के लिए काम': हिमाचल में वर्ष 2003 में सबसे कम 695 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई. वर्ष 2016 में सड़क हादसों में घायल लोगों की संख्या 5764 थी. ये दो दशक में सबसे अधिक रही. हिमाचल के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि सरकार सड़क सुरक्षा के लिए काम कर रही है. पुलिस विभाग के साथ मिलकर परिवहन विभाग और लोक निर्माण विभाग विभिन्न स्तरों पर काम कर रहा है. राज्य में सड़क हादसों को थामने के लिए जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं.

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