रामपुर:हिमाचल प्रदेश में आज भी कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां के लोग बुनियादी सुविधाओं के लिए सालों से विकास की बाट जोह रहे हैं. जबकि सरकार प्रदेश में विकास कार्यों को लेकर लाखों दावे करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. यकीन न आए तो जरा इन तस्वीरों को देख लीजिए. ये है शिमला जिला का रामपुर उपमंडल. जहां क्याओ और कुट पंचायत को जोड़ने वाले पुल की हालत देखकर आप भी इसे 'मौत का पुल' कह उठेंगे. वहीं, इस 'मौत के पुल' को हर रोज ग्रामीण पार करके आवाजाही करने को मजबूर हैं.
बता दें कि रामपुर उपमंडल के अंतर्गत आने वाली क्याओ और कुट पंचायत को जोड़ने वाले पुल की हालत जर्जर हो चुकी है. यह पुल सतलुज नदी के ऊपर बनाया गया है, लेकिन पिछले दिनों आई आपदा में यह पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. जिसकी वजह से अब ग्रामीणों को अपनी जान जोखिम में डालकर पुल को पार करना पड़ रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि क्याओ पुल सतलुज नदी पर बना है, लेकिन बीते दिनों प्रदेश में आई आपदा और भारी भूस्खलन के कारण यह पुल एक तरफ से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है. जिससे पुल टूटने की कगार पर है. इस पुल से दो पंचायतों के लोग हर दिन सफर करते हैं. पुल की हालत बीते महीनों से काफी जर्जर हो चुकी है. ऐसे में यहां से गुजरने वाले ग्रामीणों के जान पर खतरा बना रहता है.