शिमला: डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने जल शक्ति विभाग में बड़े स्तर पर पाइपें खरीदने को लेकर पूर्व सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. मंडी से विधायक अनिल शर्मा के एक सवाल के जवाब में मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि चुनावों से ऐन पहले पूर्व सरकार ने 2000 करोड़ की पाइपें खरीद डाली और हर कहीं इनको स्टोर किया. जिस सामान की जरूरत थी उसको नहीं खरीदा. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वे किसी के कपड़े उतारना और गले मुर्दे उखाड़ना नहीं चाहते.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में हुई भारी बारिश व प्राकृतिक आपदा के चलते जल शक्ति विभाग को 2100 करोड़ का नुकसान हुआ है. जल जीवन मिशन को करीब 600 करोड़ का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि आपदा से मंडी, कुल्लू जिले में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता पहले लोगों को पीने का पानी मुहैया करवाना है. पीने के पानी की जो योजनाएं बह गई हैं उन्हें रिस्टोर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अन्य कार्यों पर दूसरे चरण में काम किया जाएगा.
डिप्टी सीएम ने कहा कि विभाग ने 40 करोड़ के बजट की मांग की है, अभी सर्वे चल रहा है. मंडी में 2 करोड़ से रेस्टोरेशन का कार्य चल रहा है. उन्होंने कहा कि धन की उपलब्धता के आधार पर कार्य किया जाएगा. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत भी काम चल रहा है. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि उन्होंने किसी भी फेक्ट को टविस्ट नहीं किया है, बल्कि तथ्यों को सदन में रखा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से भी इसको लेकर चर्चा की जाएगी. सीवरेज लाइन जो प्रभावित हुई है, उस का काम भी किया जा रहा है.
'पहले भर्तियां होंगी, फिर खोले जाएंगे संस्थान': मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछली सरकार के समय में बंद किए गए संस्थानों को जरूरत के आधार पर खोला जाएगा. प्रश्नकाल के दौरान विधायक नाहन के विधायक अजय सोलंकी बंद किए संस्थानों को लेकर पूछे सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पिछली सरकार की तरह काम नहीं करेगी. पहले भर्तियां होंगी, फिर संस्थान खोले जाएंगे.
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