शिमला: देवभूमि कहे जाने वाले हिमाचल के युवा नशे के जाल में फंसते जा रहे हैं. यहां के युवा खून में नशे का जहर घुल रहा है. हाईकोर्ट भी इस पर चिंता जता चुका है. पुलिस के सक्रिय अभियान के बावजूद प्रदेश के युवा इस जहर के चंगुल में फंस रहे हैं. हालांकि हिमाचल सरकार ने इस सामाजिक बुराई के खिलाफ सख्ती बरतते हुए दो ग्राम भी चरस, गांजा या अफीम मिलने पर सीधे जेल जाने का प्रावधान किया है. फिर भी तमाम सख्तियां नाकाफी साबित हो रही हैं.
हाल ही की बात करें तो हिमाचल में नशे का इंटरनेशनल रैकेट भी सामने आया था. विदेशी तस्करों को भी पकड़ा जा रहा है. हिमाचल में नशे के लिए लोग कुल्लू जिला के मलाणा व अन्य पहाड़ी इलाकों में सक्रिय रहते हैं. इसी साल की बात करें तो 28 फरवरी को कुल्लू के बंजार में 28 साल के युवा से चार किलो से अधिक चरस पकड़ी गई. इससे पहले 20 फरवरी को मर्णिकर्ण वैली में 10 किलो चरस पकड़ी. मई महीने में मणिकर्ण में ही पुलिस ने 2 लोगों से 9 किलो चरस बरामद की. अभी हाल ही में पांवटा साहिब में पुलिस ने 303 किलो गांजा पकड़ा था. ये अब तक की गांजे की सबसे बड़ी खेप था. ये खेप त्रिपुरा से ट्रक में लाई जा रही थी.
अब चिट्टे ने बढ़ाई चिंता
हिमाचल में युवा नशे के लिए चिट्टे का प्रयोग कर रहे हैं. इस पर विधानसभा में भी चिंता जताई जा चुकी है. प्रदेश का कोई जिला ऐसा नहीं है, जहां चिट्टे की बरामदगी न हो. खासकर, सीमांत जिलों कांगड़ा, ऊना व उसके साथ लगते इलाकों में चिट्टे का प्रकोप अधिक है. पुलिस के अनुसार हिमाचल में विदेश से भी नशा तस्करी होती है. पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान में तैयार किए गए नशीले पदार्थ भारत स्मगल किए जाते हैं. भारत में हेरोइन का नशा इन्हीं तीन देशों से आ रहा है. चिट्टा भी हेरोइन का ही रूप है. वहां से यह क्रॉस बॉर्डर स्मगलिंग के जरिए दुबई, नेपाल के रास्ते भारत पहुंचता है.
हिमाचल में भी काफी मात्रा में हेरोइन और चिट्टा पकड़ा जा रहा है. चिट्टे के कारण कई युवाओं की जान जा चुकी है. राजधानी शिमला के उपनगर संजौली में तीन युवाओं की मौत चिट्टे के सेवन से हुई है. एनडीपीएस एक्ट के तहत वर्ष 2014 में 644 मामले सामने आए थे. वहीं, 2015 में ये आंकड़ा थोड़ा कम हुआ. उस साल 622 मामले आए. फिर 2016 में उछाल आया और पुलिस ने 929 मामले दर्ज किए. वर्ष 2017 में ये आंकड़ा 1010 हो गया और 2018 में 1342 मामलों तक पहुंच गया. वर्ष 2019 में ये आंकड़ा 1400 से अधिक हो गया था.