शिमला:हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सबीना के सम्मान में बुधवार को फुल कोर्ट एड्रेस का आयोजन किया गया. न्यायमूर्ति सबीना के सेवाकाल के पूरा होने पर उनके लिए विदाई समारोह के तहत फुल कोर्ट एड्रेस का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर न्यायमूर्ति सबीना ने अपने सेवाकाल के दौरान सहयोगी न्यायाधीशों व हाई कोर्ट की रजिस्ट्री सहित अन्य संबंधित लोगों का आभार जताया.
इस अवसर पर उन्होंने युवा अधिवक्ताओं को नसीहत दी कि वे नैतिकता का दामन न छोड़ें. न्यायमूर्ति सबीना ने युवा अधिवक्ताओं से कहा कि वे निरंतर ईमानदारी से काम करें और अल्पकालीन लाभ के लिए नैतिकता से समझौता न करें. उन्होंने कहा कि वकालत के पेशे में इमानदारी से स्थाई नाम कमाया जा सकता है. उन्होंने सीनियर एडवोकेट्स से आग्रह किया कि वे अपने से जूनियर एडवोकेट्स को कानून की बारीकियों से परिचित करवाएं. न्यायमूर्ति सबीना ने कहा कि न्यायपालिका में जनता का विश्वास ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है. ऐसे में हम सभी का ये कर्तव्य है कि जनता के भरोसे को बनाए रखें. उन्होंने हिमाचल हाई कोर्ट सहित पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट व राजस्थान हाई कोर्ट के अपने कार्यकाल को स्मरण किया और सभी स्थानों पर मिले सहयोग के लिए अपने सहयोगियों का आभार जताया.
उल्लेखनीय है कि 20 अप्रैल को न्यायमूर्ति सबीना हिमाचल हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत हो जाएंगी. उनके स्थान पर न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान कार्यभार संभालेंगे. जस्टिस सबीना का कानून की दुनिया में लंबा अनुभव रहा है. उनका जन्म अप्रैल 1961 में हुआ था. वर्ष 1986 में वे सर्वसम्मति से पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट बार एसोसिएशन की संयुक्त सचिव चुनी गई थीं. वर्ष 1997 में वे अतिरिक्त जिला न्यायाधीश बनीं.
हाई कोर्ट में न्यायमूर्ति सबीना के सम्मान में फुल कोर्ट एड्रेस के दौरान शामिल अदालत के न्यायाधीश व अन्य गणमान्य न्यायमूर्ति सबीना सितंबर 2004 में सेशन जज बनी थीं. वर्ष 2008 में न्यायमूर्ति सबीना पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश और वर्ष 2010 में वे हाई कोर्ट की स्थाई जज बनीं. बाद में उन्हें राजस्थान हाई कोर्ट स्थानांतरित किया गया. वर्ष 2016 में उन्होंने राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधीश का पद ग्रहण किया. बाद में वे हिमाचल हाई कोर्ट आ गईं. यहां वे पहले भी कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रहीं और सेवाकाल के अंतिम दिनों में इसी पद से निवृत हुई.
बुधवार को हाई कोर्ट में फुल कोर्ट एड्रेस की कार्यवाही का संचालन हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल अरविंद मल्होत्रा ने किया. इस अवसर पर हाई कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर ने न्यायमूर्ति सबीना के अनुशासन, कड़ी मेहनत व समय की पाबंदी जैसे गुणों का जिक्र किया. न्यायमूर्ति विवेक सिंह ने कहा कि न्यायमूर्ति सबीना कानून की गंभीर जानकार होने के साथ ही दृष्टिकोण में व्यावहारिक भी हैं. न्यायमूर्ति ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट व समस्त कानूनी बिरादरी की तरफ से न्यायमूर्ति सबीना के आगामी भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं.
इस अवसर पर हिमाचल के एडवोकेट जनरल अनूप रत्न, सीनियर एडवोकेट आईएन मेहता सहित अन्य कानूनविदें ने कार्यवाही में भाग लिया. हाई कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर, न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल, न्यायमूर्ति संदीप शर्मा, न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ, न्यायमूर्ति सत्येन वैद्य, न्यायमूर्ति सुशील कुकरेजा और न्यायमूर्ति वीरेंद्र सिंह ने भी फुल कोर्ट रेफरेंस में उपस्थित थे. इसके अलावा ओडिशा हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सत्येंद्र झावेरी, हिमाचल मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन न्यायमूर्ति पीएस राणा, हिमाचल के लोकायुक्त न्यायमूर्ति सीबी बारोवालिया भी समारोह में शामिल हुए. न्यायमूर्ति सबीना के सम्मान में फुल कोर्ट रेफरेंस के बाद रेड कार्पेट सम्मान के साथ विदाई दी गई.