शिमलाः यूनेस्को की तरफ से विश्व हैरिटेज ट्रैक में शुमार कालका-शिमला रेल मार्ग का सफर अब और भी रोमांचक होगा. इस ट्रैक पर चलने वाली रेल के सभी डिब्बे बदले जाएंगे. उन्हें नया लुक दिया जाएगा. बड़ी बात यह है कि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने नए डिब्बों का डिजाइन तैयार करने में सक्रिय भूमिका निभाई है. शिमला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व प्रदेश सरकार के अधिकारियों से विचार-विमर्श के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए पीयूष गोयल ने बताया कि कालका-शिमला रेल मार्ग को संवारा जाएगा. सैलानियों का सफर और रोमांचक बनाने के लिए रेल डिब्बों को भी बदला जाएगा.
गोयल ने कहा कि ऐतिहासिक कालका-शिमला रेल मार्ग की संरचना काफी जटिल है. ट्रैक में तीखे मोड़ हैं और इसके स्ट्रक्चर से अधिक छेड़छाड़ की गुंजाइश नहीं है. ऐसे में अलग तरीके से स्टडी की जाएगी और पता लगाया जाएगा कि ट्रैक की री-अलाइनमेंट कैसे संभव है. इसके लिए बजट अप्रूव कर दिया गया है. साथ ही कालका-शिमला मार्ग पर रेल की गति बढ़ाने के लिए कार्य किया जाएगा. इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. रेल मंत्री ने बताया कि पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेलवे मार्ग पर भी अधिकांश डिब्बों को बदला जाएगा. इसके लिए भी आदेश जारी कर दिए गए हैं.
जगाधरी-पांवटा ट्रैक का नए सिरे से सर्वे
पीयूष गोयल ने कहा कि पांवटा साहिब-जगाधरी रेल मार्ग की अहमियत के बारे में प्रदेश सरकार ने उनके ध्यान में मामला लाया है. पांवटा साहिब इंडस्ट्रियल एरिया है और यहां से माल की ढुलाई के लिए रेल मार्ग जरूरी प्रतीत हो रहा है. पांवटा साहिब औद्योगिक क्षेत्र को लेकर माल ढुलाई को विशेष तौर पर ध्यान में रखते हुए नई रेल लाइन निर्माण को नए सिरे से चंडीगढ़-बद्दी रेल मार्ग का काम तेज किया जाएगा. प्रयास रहेगा कि मालगाड़ी बद्दी तक आए, जिससे तैयार माल देश के अन्य हिस्सों तक पहुंच सके.