शिमला:हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र में 'आजादी का अमृत महोत्सव' कार्यक्रम का मुद्दा सदन में गूंजा. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 'आजादी का अमृत महोत्सव' कार्यक्रम को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. दरअसल ज्वालामुखी से कांग्रेस विधायक संजय रत्न ने सदन में अमृत महोत्सव के संबंध में सवाल पूछा था. जिसके जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि पूर्व सरकार ने इस कार्यक्रमों पर ₹6 करोड़ 93 लाख 238 करोड़ रुपए खर्च की राशि खर्च की, लेकिन इस कार्यक्रम में जिन स्वतंत्रता सेनानियों की वजह से आजादी मिली, उनको नहीं बुलाया गया. वहीं, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने लोकतंत्र प्रहरी सम्मान को लेकर सरकार से सवाल पूछा.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा हिमाचल की पूर्व सरकार ने आजादी के 75 साल पूरा होने के पर प्रदेश भर में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के कार्यक्रमों का आयोजन किया. केंद्र सरकार ने इसकी शुरूआत की थी. इसके बाद देश के अन्य राज्यों सहित हिमाचल में भी जिला व ब्लॉक स्तर पर ये कार्यक्रम हुए, लेकिन सता पक्ष ने इन कार्यक्रमों को लेकर सवाल उठाए हैं.
बता दें कि ज्वालामुखी से कांग्रेस विधायक संजय रत्न ने सदन में अमृत महोत्सव के संबंध में सदन में सवाल पूछा था. संजय रत्न ने कहा तत्कालीन सरकार ने इन कार्यक्रमों ₹6.93 करोड़ खर्च किए, लेकिन जिन लोगों ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी, उनके परिवारों को इनमें बुलाया ही नहीं गया. उन्होंने कहा मुझे भी इस कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया. उन्होंने सवाल किया कि यह अमृत महोत्सव क्या देश की आजादी का था या भाजपा का था. उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों में भाजपा ने सरकारी धन का दुरुपयोग किया.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा देश की आजादी में स्वतंत्रता सेनानियों का बड़ा योगदान रहा है, लेकिन इन कार्यक्रमों में स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवारों को नहीं बुलाया नहीं गया. जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया था तो स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया था. अगर पूर्व सरकार ऐसा करती तो स्वतंत्रता सेनानियों के उनके परिवारों को सम्मान मिलता और कार्यक्रम की गरिमा भी बढ़ती.