शिमला:हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र का आज छठा दिन है. सदन में आज प्रदेश में ट्रांसपोर्टेशन टैक्स, डीजल पर वैट और उद्योगों के लिए बिजली की दरों में बढ़ोतरी का मसला उठेगा. विपक्ष के सदस्यों की ओर से इसका उद्योगों पर पड़ने वाले प्रभाव पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया गया है. आज सदन में सेब का मामला भी उठेगा. प्रदेश में बिजली परियोजनाओं, सड़कों के अलावा सदस्य अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों की समस्याओं को भी उठाएंगे.
इन मुद्दों पर तपेगा सदन: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में आज सरकार द्वारा ट्रांसपोर्टेशन टैक्स, डीजल और बिजली की दरों में की गई बढ़ोतरी का उद्योगों पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर चर्चा होगी. विपक्ष के सदस्यों की ओर से इस बारे में एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया गया है. प्रदेश सरकार ने कुछ समय पहले डीजल की दरों में बढ़ोतरी की है. इसके अलावा उद्योगों के लिए बिजली के शुल्क में भी बढ़ोतरी की गई है. डीजल पर वैट बढ़ाने से जहां रोजमर्रा की चीजों की कीमतों में महंगाई बढ़ने की संभावना है, वहीं, इससे उद्योगों के लिए कच्चे माल और तैयार उत्पाद की परिवहन लागत भी बढ़ेगी. इसके अलावा हाल ही में सरकार ने बिजली शुल्क में बढ़ोतरी की है. इसका असर भी उद्योगों पर पड़ेगा.
गौ सदनों को लेकर होगी चर्चा:विपक्ष का आरोप रहा है कि सरकार उद्योगों के लिए प्रतिकूल माहौल तैयार कर रही है. इससे उद्योग पलायन करेंगे. यही वजह है कि विपक्ष इस पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाकर सदन में इस पर व्यापक चर्चा करना चाह रहा है. इसके अलावा सदन में आज गौ सदनों, गौ सेंचुरियों पर भी एक चर्चा होने की संभावना भी है. सत्ता पक्ष के दो विधायकों और एक निर्दलीय विधायक द्वारा इस बारे में एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाकर सदन से नीति बनाने को लेकर विचार करने की मांग की गई है. प्रदेश में हजारों की संख्या में बेसहारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं, इस पर सदन में चर्चा होगी.