शिमला:हिमाचल प्रदेश में अबकी बार मानसून ने भारी नुकसान हुआ है. मानसून सीजन में मरने वालों का आंकडा 417 तक पहुंच गया है. इसके अलावा 408 लोग भी इस दौरान जख्मी हुए हैं. इसके साथ ही मानसून सीजन में 8,677 करोड़ का नुकसान अब तक हुआ है. उधर मौसम साफ होने के बाद सरकारी मशीनरी भी क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों और पानी की परियोजनाओं को बहाल करने में जुटी हुई है. प्रदेश में मानसून में अब तक 417 लोगों की मौत हुई है, जबकि 408 लोग जख्मी हुए हैं. इसके अलावा 38 लोग अभी तक लापता हैं. प्रदेश मानव जीवन को नुकसान होने के साथ ही पशुधन को भी अबकी बार भारी नुकसान हुआ है. प्रदेश में 6425 मवेशियों की मौत बरसात में हुई है.
13,456 परिवारों के आशियाने भी क्षतिग्रस्त: इस मानसून में बड़ी संख्या में रिहायशी व अन्य मकान भूस्खलन और बाढ़ की चपेट में आए हैं. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 13456 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 2560 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए, जबकि 10896 मकानों को भी आंशिक क्षति पहुंची है. इसके अलावा प्रदेश में 318 दुकानें और 5689 गौशालाएं भी भूस्खलन और बाढ़ की चपेट में आईं.
मानसून में 8,677 करोड़ का नुकसान:प्रदेश में मानसून में भारी बारिश से सड़कों, पानी की परियोजनाओं सहित निजी संपत्तियों को भारी क्षति हुई है. अब तक करीब 8677 करोड़ का नुकसान इससे प्रदेश में आंका गया है, जिसमें पीडब्ल्यूडी को 2941 करोड़ की क्षति आंकी गई हैं. सैकड़ों सड़कों के साथ-साथ 97 पुल भी अबकी बार क्षतिग्रस्त हो गए, वहीं 19 पुल पूरी तरह से ढह गए. हालांकि क्षतिग्रस्त पुलों और सड़कों की बहाली में लोक निर्माण विभाग जुटा है, मगर कई जगह सड़कें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं, इससे उनकी बहाली में काफी समय लग रहा है.