शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून की बारिश ने भारी तबाही मचाई है. बारिश से प्रदेश में सरकारी व निजी संपत्तियों के अलावा भारी जानी नुकसान भी अब की बार हुआ है. प्रदेश कई जगह लोगों को जानें भी गंवानी पड़ी और मौत का यह आंकड़ा अब की बार 421 तक पहुंच गया. इसके अलावा 418 लोग जख्मी भी हुए. वहीं, मानसून सीजन में बारिश से नुकसान 8,677 करोड़ तक पहुंच गया है. मौसम साफ होने के बाद अब सरकारी मशीनरी भी क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों और पानी की परियोजनाओं को बहाल करने में जुटी हुई है. प्रदेश में मानसून सीजन में अब तक 421 लोगों की मौत हुई है, जबकि 418 लोग जख्मी भी हुए हैं. इसके अलावा 39 लोग लापता हुए हैं. इस बार पशुधन को भी भारी नुकसान हुआ है. प्रदेश में 6428 मवेशियों की मौत इस बार हुई है.
13,472 परिवारों के आशियाने बारिश में क्षतिग्रस्त:मानसून सीजन में अब की बार हजारों रिहायशी व अन्य मकान भूस्खलन और बाढ़ की चपेट में आए. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 13472 परिवारों के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 2552 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए, जबकि 10920 मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है. इसके अलावा प्रदेश में 318 दुकानें और 5692 गौशालाएं भी भूस्खलन और बाढ़ की चपेट में आकर ढह गईं.
मानसून सीजन में बारिश से सड़कों, पानी की परियोजनाओं सहित निजी संपत्तियों को भारी भी क्षति हुई है. राज्य में अब तक 8677 करोड़ का नुकसान आंका गया है, जिसमें पीडब्ल्यूडी को 2941 करोड़ की क्षति आंकी गई हैं. सैकड़ों सड़कों के साथ-साथ 97 पुल भी अबकी बार क्षतिग्रस्त हो गए, वहीं 19 पुल पूरी तरह से ढह गए. लोक निर्माण विभाग क्षतिग्रस्त पुलों और सड़कों की बहाली के काम में जुटा है, इसके बावजूद 82 सड़कें अभी भी बंद हैं.