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Landslide in Shimla: उद्योग भवन का डंगा गिरा, जायजा लेने पहुंचे उद्योग मंत्री हर्षवर्धन

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Published : Aug 19, 2023, 7:45 PM IST

शनिवार को उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान छोटा शिमला में उद्योग भवन का जायजा लेने पहुंचे. इस दौरान हर्षवर्धन चौहान ने कहा प्रदेश भर में बारिश से निजी भवनों के साथ ही सरकारी भवन को भारी नुकसान हुआ है. साथ ही उन्होंने अधिकारियों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए. पढ़ें पूरी खबर... (Harshvardhan visited Shimla udyog bhavan) (Landslide in Shimla).

Harsh Vardhan visits shimla Udyog Bhavan
उद्योग भवन का जायजा लेने पहुंचे मंत्री हर्षवर्द्धन

उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान का बयान

शिमला: राजधानी शिमला में लगातार हो रही बारिश से भारी नुकसान देखने को मिल रहा है. जगह-जगह लैंडस्लाइड हुए हैं, जिससे भवनों को भी खतरा पैदा हो गया है. वहीं, छोटा शिमला में उद्योग भवन के साथ लगा डंगा गिर गया और पिलर हवा में लटक गए. जिसके चलते भवन खतरे की जद में आ गया है. बता दें कि भवन के नीचे झुकने के बाद स्टाफ कार्यालय छोड़ कर बाहर आ गए. शनिवार को इस भवन का जायजा लेने के लिए उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान भी मौके पर पहुंचे. इस दौरान मंत्री ने भवन के एक हिस्से को खाली करवाया और साथ ही एहतियात बरतने के निर्देश दिए.

भवन का एक हिस्सा कराया गया खाली:दरअसल, मौके का जायजा लेने पहुंचे उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश भर में बारिश से काफी नुकसान हुआ है. शिमला में भी जगह-जगह लैंडस्लाइड हुए हैं, जिससे भवनों को भी खतरा पैदा हो गया है. उद्योग भवन के साथ लैंडस्लाइड हुआ, जिसके कारण डंगा गिर गया है. जिससे इस भवन को भी खतरा पैदा हो गया है. भवन का एक हिस्सा खाली करवा दिया गया है और अधिकारियों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं.

रिलीफ मैनुअल में किया गया बदलाव:हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के भवन पर भी पेड़ गिरा है. जिसके बाद भवन को खाली करवा दिया गया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश भर में नुकसान का जायजा ले रहे हैं और प्रभावितों को हर संभव सहायता देने का काम किया जा रहा है. रिलीफ मैनुअल में भी बदलाव किया गया है और लोगों को राहत देने का काम किया जा रहा है. बता दें, राजधानी शिमला में 13 से 15 अगस्त तक भारी बारिश हुई थी जिसके चलते शिमला शहर में भवन और पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आ रही है. वहीं, शहर के कई हिस्सों में जमीन भी धंस गई है जिससे कई भवनों को खतरा पैदा हो गया है और इन भवनों को भी खाली करवाया गया है.

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