शिमला: हिमाचल में मानसून की भारी बारिश आफत बन कर बरस रही है. बारिश से प्रदेश में संपत्ति के साथ-साथ जानी नुकसान भी हो रहा है. प्रदेश में मानसून शुरू होने से अब तक 358 करोड़ से अधिक का नुकसान की आशंका जताई गई है. इसके अलावा अब तक 45 लोगों की मौत की भी संभावना जताई जा रही है. लगातार हो रही भारी बारिश से सड़कें बंद हो रही हैं. बताया जा रहा है कि प्रदेश में अब तक 133 सड़कें बंद हो गई हैं. भारी बारिश से पेयजल परियोजनाएं भी प्रभावित हुई हैं, जिससे कई इलाकों में पानी की आपूर्ति में बाधित हो रही है तो कहीं पर पानी की आपूर्ति हो ही नहीं पा रही है.
जल शक्ति विभाग को 127 करोड़ के नुकसान की आशंका: अनुमान है कि जल शक्ति विभाग को अब तक 127 करोड़ का नुकसान हुआ है. बारिश के कारण जल शक्ति विभाग की 2044 परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिनमें 1694 परियोजनाएं पेयजल हैं. हालांकि जल शक्ति विभाग द्वारा पेयजल परियोजनाओं को अस्थाई तौर पर तो बहाल कर दिया गया है, लेकिन बारिश के चलते कई परियोजनाओं में सिल्ट आ रही है. जिससे पानी की सप्लाई बाधित हो रही है. विभाग की 312 सिंचाई परियोजनाएं, 28 सीवरेज व 10 अन्य परियोजनाएं भी बारिश से अबकी बार क्षतिग्रस्त हुई हैं.
भारी बारिश से सड़कें बंद होने का सिलसिला जारी: प्रदेश में भारी बारिश से सडकें बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं. मानसून शुरू होने से अब तक प्रदेश में सैकड़ों सड़कें बारिश से क्षतिग्रस्त हुई है. बारिश लगातार होने से सड़कें बंद हो रही हैं. बताया जा रहा कि प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में 133 सड़कें बारिश के बाद हुए लैंडस्लाइड से बंद हो गई हैं. इनमें सबसे अधिक 88 सड़कें पीडब्ल्यूडी शिमला जोन के तहत बंद हैं. जबकि मंडी जोन के तहत भी 25 सड़कें बंद हो गई हैं. हमीरपुर जोन और कांगड़ा जोन के तहत 10 सड़कें बंद हैं. प्रशासन ने सड़कों को बहाल करने के लिए 112 मशीनें तैनात की हैं. मानसून शुरू होने से अब तक प्रदेश में सड़कों, पुलों आदि को करीब 204 करोड़ का नुकसान पहुंचा है.
हिमाचल बागवानी विभाग को 26 करोड़ का नुकसान की आशंका: बारिश से प्रदेश में बागवानी को भी 26 करोड़ से अधिक का नुकसान की आशंका जताई जा रही है. वहीं, बिजली बोर्ड को भी करीब 92 लाख और शहरी विकास विभाग को भी 38 लाख को नुकसान की आशंका जताई गई है. अब तक मानसून ने हिमाचल में करोड़ों रुपये का नुकसान की आशंका है. हालांकि यह सिलसिला अभी कहीं से भी थमता नजर नहीं आ रहा है.