शिमला : प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने पूर्व जयराम सरकार के समय में अपग्रेड किए गए 90 और स्कूलों को डिनोटिफाई कर दिया है. ये वो स्कूल हैं जो पूर्व की जयराम सरकार ने अपने कार्यकाल के आखिरी समय में यानी एक अप्रैल 2022 के बाद अपग्रेड किए थे. इन स्कूलों में कम एनरोलमेंट को आधार बनाकर डिनोटिफाई करने का फैसला सरकार ने किया है. जिन स्कूलों को बंद किया गया है, उनमें सबसे अधिक 30 स्कूल मंडी जिला के हैं. इससे पहले भी सुखविंदर सरकार पूर्व सरकार के समय में खोले या अपग्रेड किए गए 302 स्कूलों को डिनोटिफाई कर चुकी है.
नोटिफिकेशन जारी- प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने जयराम सरकार के समय में अपग्रेड किए गए 90 स्कूलों को डिनोटिफाई करने के आदेश जारी किए हैं. जिन स्कूलों को डिनोटिफाई किया गया है, उनमें 20 मिडिल स्कूल, 34 हाई स्कूल और 36 सीनियर सेकेंडरी स्कूल शामिल हैं. सरकार ने स्कूलों को डिनोटिफाई करने का आधार छात्रों का कम इनरोलमेंट बताया है. इसके लिए 31 मार्च तक के एनरोलमेंट को देखा गया है. इसमें 15 से कम छात्रों वाले मिडल स्कूलों, 20 से कम वाले हाई स्कूलों और 25 से कम छात्रों वाले सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को डिनोटिफाई किया गया है.
20 मि़डल स्कूल किए डिनोटिफाई- सरकार ने छात्रों के एनरोलमेंट को आधार मानते हुए 15 से कम छात्र वाले अपग्रेड किए गए 20 मिडल स्कूलों को डिनोटिफाई किया है, इनमें सबसे ज्यादा 6 स्कूल मंडी जिला के हैं. कुल्लू जिला के 4 स्कूल, चंबा के 3 स्कूल, सिरमौर के 3 और बिलसापुर के 2 स्कूल को डिनोटिफाई किया गया है. इनके अलावा शिमला और ऊना के एक एक स्कूलों को डिनोटिफाई किया गया है.
34 हाई स्कूल भी डिनोटिफाई किए- सरकार ने 34 हाई स्कूलों को भी डिनोटिफाई किया है, जिसमें 31 मार्च तक 20 से कम छात्र थे. इनमें सबसे ज्यादा 14 स्कूल मंडी जिला के हैं. इसके अलावा चंबा जिला में 6 स्कूलों, कांगड़ा जिला में 3 स्कूलों, शिमला जिला में 2 और सिरमौर जिला में भी 4 स्कूलों को डिनोटिफाई किया गया है. सोलन में 2 और कुल्लू, हमीरपुर और बिलासपुर जिला के भी एक-एक स्कूलों को डिनोटिफाई करने के आदेश दिए किए गए हैं.