शिमला:राज्य की सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार हिमाचल में पर्यटन को विकसित करने के लिए कई कदम उठा रही है. सरकार राज्य में धार्मिक, स्वास्थ्य और हेरिटेज पर्यटन बड़े स्तर पर प्रोत्साहित करेगी. वहीं, कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के रूप में सरकार विकसित करेगी. हिमाचल प्रदेश की सुदर वादियां, ऐतिहासिक एवं धार्मिक पर्यटन स्थल लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. पर्यटन क्षेत्र राज्य की आर्थिकी का एक बड़ा आधार है.
सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रयास कर रही है. सरकार राज्य में धार्मिक, स्वास्थ्य और धरोहर पर्यटन को बड़े स्तर पर प्रोत्साहित कर रही है. इसी कड़ी में जनसंख्या के लिहाज से प्रदेश के सबसे बड़े जिले कांगड़ा को मुख्य पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर प्रदेश की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा.
सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रम के माध्यम से कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा. कांगड़ा जिला प्राचीन मंदिरों, बौद्ध मठों, गिरिजाघरों, जलाशयों, विश्व प्रसिद्ध बिलिंग पैराग्लाइडिंग स्थल, हिमाच्छदित धौलाधार पर्वतमालाओं और झीलों के लिए जाना जाता है. सरकार द्वारा इन्हें पर्यटन की दृष्टि से और विकसित किया जा रहा है. इसके लिए प्रदेश सरकार कांगड़ा के देहरा में अंतरराष्ट्रीय मापदंडों वाले चिड़ियाघर और गोल्फ कोर्स स्थापित करने पर भी विचार कर रही है.
धौलाधार की नैसर्गिंक सुंदरता की ओर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सरकार की धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं के बेस कैंप में ‘टेंट सिटी’ स्थापित करने की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर रही है. इसके लिए इन श्रृंखलाओं को संपर्क सुविधा से भी जोड़ा जाएगा. शुरूआत में सभी सुविधाओं से युक्त करीब 200 टेंट स्थापित किए जाएंगे. सरकार की प्रदेश में गतिविधि आधारित पर्यटन को विशेष प्रोत्साहन प्रदान करने की योजना है, इससे राज्य के युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे और यह प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मील पत्थर साबित होगा.
जिला मुख्यालय में हेलीपेड बनाएगी सरकार:प्रदेश सरकार हर जिला मुख्यालय के समीप हेलीपैड बनाने की दिशा में काम कर रही है. इन हेलीपैड के लिए भूमि चिन्हित करने की प्रक्रिया प्रगति पर है. प्रदेश के मौजूदा हवाई अड्डों को विस्तार प्रदान करने की भी योजना पर भी कार्य किया जा रहा है. हाल ही में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की गोवा के मुख्यमंत्री के साथ हुई एक बैठक में दोनों राज्यों में समुद्र और पहाड़ के अनुभव को एक साथ मिलाने के लिए सहयोग करने पर सहमति बनी है. ताकि इसे दुनिया में एक अनूठा गंतव्य बनाया जा सके.