शिमला:आर्थिक संकट से जूझ रहे हिमालच में आई आपदा ने तबाही के साथ-साथ आर्थिक संकट को भी बढ़ा दिया है. आपदा के बाद राज्य में राहत एवं बचाव कार्य, क्षतिग्रस्त सड़कों और परियोजनाओं का पुनर्निमाण और प्रभावितों की मदद करना सरकार की पहली प्राथमिकता है, लेकिन इन कामों के लिए सरकार को काफी धनराशि चाहिए. इसको लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल आपदा कोष 2023 का गठन किया है. साथ ही सभी लोगों से सहयोग करने की अपील की है.
आपदा के बाद हिमाचल के क्या हालात हैं, ये किसी से छिपा नहीं है. एक ओर हिमाचल प्रकृति की मार से लड़ने को मजबूर हैं. वहीं, दूसरी ओर प्रदेश वित्तीय संकट से जूझ रहा है. हिमाचल आपदा से मची तबाही को ठीक करने और जनजीवन को सामान्य बनाने की दिशा में सुक्खू सरकार लगी हुई है. इसको लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल आपदा कोष 2023 का गठन किया है.
सीएम सुखविंदर सिंह ने हिमाचल में संकट की इस घड़ी में सभी लोगों से मदद की अपील की है. उन्होंने कहा प्राकृतिक आपदा से पूरा देश जूझ रहा है. इन आपदाओं से हिमाचल प्रदेश भी अछूता नहीं है. इन प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए एक बहुच बड़े पैमाने पर जनमानस की सहायता करने के लिए प्रदेश सरकार एक मुहिम चला रही है.
उन्होंने कहा इस मुहीम को अकेले चला पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है. इसलिए इसमें जनता का सहयोग अपेक्षित है. इन आपदाओं से निपटने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने आपदा कोष 2023 का गठन किया है. जिसके तहत हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक और एचडीएफसी बैंक में खाता खोला गया है. इस राहत कोष में आप नगद, चेक या ड्राफ्ट, यूपीआई और नेट बैंकिग से पैसा जमा कर अपना सहयोग दे सकते हैं.
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