शिमला:प्रदेश सरकार ने सरकारी और निजी बसों में सौ फीसदी यात्रियों को यात्रा करने के लिए हरी झंडी दे दी है. अभी तक बसों में साठ फीसदी यात्रियों को ही यात्रा करने की अनुमति थी. नई गाइडलाइन के मुताबिक अब बसों में सवारियों को खड़ा होकर सफर करने की अनुमति नहीं होगी.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सामाजिक दूरी का ख्याल रखना होगा. बसों में सौ फीसदी सवारियों की यात्रा को लेकर जल्द ही विभाग नोटॉफिकेशन जारी कर सकता है.
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि सभी बसों में सौ फीसदी यात्रियों को बिठाने की इजाजत दी गई है. यात्री बसों में खड़े होकर यात्रा नहीं कर सकेंगे. ठाकुर ने कहा कि निजी बस ऑपरेटर भी बसें चलाने को तैयार हैं, लेकिन अभी बसों में लोग ज्यादा नहीं आ जा रहे.
ऐसे में निजी बस ऑपरेट बसों को घाटे में नहीं चलाना चाहते. विभाग ने भी ये फैसला निजी ऑपरेटरों पर छोड़ा कि अगर उन्हें यात्री मिलते हैं तो वह अपनी बसें चलाएं, अन्यथा अपने स्तर पर फैसला लें. सरकार उनकी चिंताओं से अवगत है और चाहती है कि उन्हें किसी भी तरह का नुकसान न हो.
उन्हें पहले ही कई तरह के करों, वाहनों की पासिंग के दौरान होने वाले खर्चों को पहले ही माफ कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि एक-दो दिनों में इस बावत मानक प्रक्रिया जारी की जाएगी. मानक प्रक्रिया जारी होने पर टैक्सियों और दूसरे वाहनों में भी यात्रियों को बिठाने की संख्या पर निर्देश सामने आ जाएंगे.
परिवहन मंत्री ने कहा कि परिवहन निगम की तरह ही निजी बस ऑपरेटरों को भी कोरोना महामारी के दौरान नुकान उठाना पड़ा. उन्होंने कहा कि किराए में बढ़ोतरी के मसले पर कोई बड़ी चर्चा नहीं हुई है. सरकार जनता के हितों को भी ध्यान रख रही है. फिलहाल अभी बस किराए में बढ़ोतरी का कोई इरादा नहीं, लेकिन हर पहलू को ध्यान पर रखा जा रहा है.