शिमला: देश का दूसरा सबसे साक्षर राज्य हिमाचल स्कूलों में बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन देने में पिछड़ गया है. हिमाचल के स्कूलों में छात्रों को क्वालिटी एजुकेशन नहीं मिल पा रही है, यही वजह है कि देश भर के 20 राज्यों में हिमाचल गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने में नौवें स्थान पर रहा है.
सूचि में केरल ने पहला, राज्यस्थान ने दूसरा और कर्नाटक ने तीसरा स्थान शिक्षा से जुड़े हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए मिला है. नीति आयोग की ओर से जारी स्कूल एजुकेशन क्वालिटी इंडेक्स में इस बात का खुलासा हुआ है कि हिमाचल का गुणात्मक शिक्षा से जुड़े मानकों का आकड़ा कुल 56 फीसदी है, जबकि केरल का यह आंकड़ा 76.6 फीसदी है.
बता दें कि नीति आयोग की ओर से स्कूल एजुकेशन क्वालिटी इंडेक्स जारी किया गया है. जिसमें देशभर के 20 राज्यों की स्टडी की गई है. इसमें सभी राज्यों की सूची में हिमाचल को नौवां स्थान मिला है. आयोग की ओर से जारी इस इंडेक्स में हिमाचल गुणात्मक शिक्षा में तो पिछड़ा ही है, लेकिन इसके साथ ही हिमाचल के ओवरऑल परफॉर्मेंस रैंक में भी गिरावट आई है.
वर्ष 2015-16 में हिमाचल की ओवरऑल परफॉर्मेंस रैंक की प्रतिशतता 58.1 थी और वर्ष 2016-17 में इसमें 4 फीसदी की ही बढ़ोतरी हुई और यह 62.8 पर पहुंची थी, जिससे इंडेक्स में नीति आयोग ने डाउनफॉल के रूप में दर्शाया है.
वहीं, केरल गुणवत्ता इंडेक्स के सभी मानकों पर खरा उतरा है उसके रैंक में ना कमी आई है और ना ही बढ़ोतरी दर्ज हुई है. केरल ने अपनी रैंकिंग को स्थिर रखा है. यह वर्ष 2015-16 में रैंकिंग की प्रतिशतता 77.6 थी जिसके बाद वर्ष 2016-17 में यह बढ़कर 82.24 रही.