शिमला: रोजगार, शिक्षा या अन्य कारणों से दूसरे राज्यों में रह रहे हिमाचल के लोगों को वोट डालने के लिए अब अपने राज्य नहीं लौटना पड़ेगा. केंद्रीय चुनाव आयोग ऐसे सभी मतदाताओं के लिए रिमोट वोटिंग की सुविधा शुरू करने की तैयारी में जुट गया है. इस सुविधा के शुरू होने के बाद प्रवासियों को वोट डालने के लिए गृह राज्य लौटने के झंझट से छुटकारा मिलेगा. इस संबंध में केंद्रीय चुनाव आयोग ने हिमाचल निर्वाचन आयोग को पत्र जारी कर राजनीतिक दलों की 31 जनवरी तक राय मांगी है. राजनीतिक दलों की फीडबैक मिलने के बाद आयोग इस दिशा में आगे बढ़ेगा.
वोट प्रतिशत बढ़ाने को आयोग ने उठाया कदम:आयोग ने प्रोटोटाइप रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) विकसित की है. भारत निर्वाचन आयोग ने प्रोटोटाइप REVM के प्रदर्शन के लिए राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया है. आयोग ने इसके लिए कानूनी, प्रक्रियात्मक, प्रशासनिक और प्रौद्योगिकी चुनौतियों पर राजनीतिक दलों की राय जानने के लिए अवधारणा पत्र जारी किया है.
आयोग का मानना है कि माइग्रेशन के आधार पर मतदान के अधिकार से लोगों को वंचित करना उचित नहीं है. आम चुनाव 2019 में 67.4% मतदान हुआ था. 30 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने से वंचित रह गए थे. ऐसे में भारत निर्वाचन आयोग विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों में मतदान का प्रतिशत अलग-अलग होने को लेकर सजग है. 2024 के लोकसभा चुनाव में वोटर टर्नआउट में सुधार लाने और निर्वाचन में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में आयोग इस नई तकनीक पर काम कर रहा है.