शिमला: पेगासस जासूसी( Pegasus spying case) मामले पर कांग्रेस मुखर हो गई है. कांग्रेस ने शुक्रवार को राजभवन के बाहर धरना प्रदर्शन कर इस मामले में केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध जताया. कांग्रेस ने इस दौरान केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. कांग्रेस ने पीएम मोदी से प्रधानमंत्री से पद से इस्तीफा देने और मामले की सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच करवाने की मांग की है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर सहित अन्य नेताओं ने राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भी भेजा. कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने इस मामले में मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से करवानी चाहिए. साजिश के तहत केंद्र सरकार ने लोकतंत्र की हत्या कर नेताओं, कार्यपालिका, न्यायपालिका विधान पालिका की जासूसी कर देश के लोकतंत्र की मर्यादा का हनन किया है. इस जासूसी के चलते उन्होंने कांग्रेस शासित राज्यों व विपक्षी दलों की सरकारों को अस्थिर किया है.
राठौर ने आरोप लगाया है कि पेगासस जासूसी में सरकार का हाथ है. इसके लिए उसे देश से माफी मांगते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को अपना इस्तीफा देना चाहिए. बता दें कि केंद्र पर पेगासस स्पाईवेयर के जरिए कई नेताओ,पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी का आरोप लग रहा है. पेगासस स्पाइवेयर को इजरायली साइबर फर्म NSO ग्रुप द्वारा बनाया गया है.
कंपनी का दावा है कि इस फर्म का काम इसी तरह के जासूसी सॉफ्टवेयर बनाना है और इन्हें अपराध और आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और लोगों के जीवन बचाने के एकमात्र उद्देश्य के लिए सरकारों की खुफिया एजेंसियों को बेचा जाता है. ये मामला संसद के चल रहे मानसून सत्र में भी उठा था और इस पर सदन में काफी हंगामा हुआ था. पेगासस एक ऐसा सॉफ्टवेयर है, जो बिना सहमति के आपके फोन तक पहुंच हासिल करने और व्यक्तिगत और संवेदनशील जानकारी इकट्ठा कर जासूसी करने वाले यूजर को देने के लिए बनाया गया है.
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