शिमला: हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि जुलाई माह से प्रदेश सरकार हिम परिवार परियोजना आरंभ करेगी. इस परियोजना के तहत प्रदेश के परिवारों को एक विशिष्ट पहचान यानी यूनिक आईडी दी जाएगी. पंजाब के मोहाली स्थित इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में गवर्नेंस एंड टेक्नोलॉजी विषय पर इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के भारती इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी द्वारा आयोजित सम्मेलन को संबोधित किया और इस अवसर पर हिम डाटा पोर्टल का शुभारंभ भी किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिम परिवार परियोजना के माध्यम से विशिष्ट पहचान वाले परिवार के राशन कार्ड, परिवार रजिस्टर, विद्युत, पेयजल जैसी आवश्यक सुविधाओं की जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध होगी. उन्होंने कहा कि हिम परियोजनाओं से जुड़े लोगों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी सुगमता से मिलेगी और इस तरह लक्षित वर्गों तक योजनाओं के लाभ जल्द पहुंचेंगे.
'हिमाचल को देश का समृद्ध राज्य बनाने की तैयारी': सीएम ने कहा कि विकास के लिए दिशा निर्धारण सबसे महत्वपूर्ण कारक है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बेहतर शासन के लिए बेहतर प्रशासन के लक्ष्य के साथ विकास की दिशा निर्धारित करने के लिए प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों को सुखी और समृद्ध बनाना राज्य सरकार का लक्ष्य है और इसके लिए उचित स्तर पर सही डाटा होना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने पहले ही बजट में अत्याधुनिक डाटा कलेक्शन एवं अनुसंधान तकनीक अपनाने पर बल दिया ताकि संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा सके. उन्होंने कहा कि आगामी 10 वर्षों में हिमाचल को देश का समृद्ध राज्य बनाया जाएगा. इस दिशा में देश के प्रतिष्ठित संस्थानों का सहयोग हिमाचल प्रदेश के नीति निर्धारण में सहायक रहेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयास जल्द ही सकारात्मक परिवर्तन के रूप में सामने आएंगे.
'इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, हिमाचल डाटा पोर्टल बनाने में करेगा सहयोग': मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि 'नॉलेज पार्टनर' के रूप में इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस हिमाचल डाटा पोर्टल को और लाभदायक एवं उपयोगी बनाने में सहयोग करेगा ताकि प्रदेश के 72 लाख लोगों के जीवन में परिवर्तन लाया जा सके. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, वन व शासन के क्षेत्रों में मिलकर कार्य करेंगे. सीएम ने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस को हिमाचल में नीति अनुसंधान केंद्र स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया है. उन्होंने इससे पूर्व संस्थान में पौधा रोपा और संस्थान परिसर का दौरा कर महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की.