शिमला:सीमेंट फैक्ट्रियों की माल ढुलाई का विवाद अब खत्म हो गया है. एक ओर जहां अब अदानी समूह अपनी फैक्ट्रियां खोल देगा, वहीं ट्रक आपरेटर भी अपने-अपने कामकाज पर एक दो दिन से लौट आएंगे. हालांकि अभी भी कुछ मुद्दे हैं जिनको अब दोनों जिलों के डीसी हल करेंगे. इसके अलावा सालाना मालभाड़े की बढ़ौतरी को भी अधिकारी स्तर पर तय किया जाएगा. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बैठक के बाद कहा कि ढुलाई दरों में वार्षिक वृद्धि से संबंधित मामलों के लिए प्रधान सचिव उद्योग और अन्य अधिकारी एक फार्मूला तय करेंगे. इसके अलावा ट्रक ऑपरेटरों की अन्य समस्याओं के हल के लिए सोलन और बिलासपुर जिले के उपायुक्तों को निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि दोनों कंपनी प्रबंधन के साथ मिलकर इसका समाधान सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने कहा कि सभी के समन्वित प्रयासों से इस मामले का सर्वमान्य हल संभव हो सका है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के सत्ता संभालने के 5 दिन के बाद ही यह विवाद सामने आ गया था और सीमेंट फैक्ट्री प्रबंधन ने उत्पादन रोकने की घोषणा कर दी थी. लेकिन सरकार लगातार ट्रक आपरेटरों और फैक्ट्री प्रबंधन के साथ बातचीत करती रही और आज ये विवाद हल हो गया है.
सीमेंट विवाद से सभी पक्षों को हो रहा था नुकसान:मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस विवाद का सभी पक्षों को नुकसान हो रहा था. प्रदेश में सीमेंट उत्पादन रुकने से जहां आर्थिक तौर पर नुकसान हो रहा था, वहीं इससे जुड़े ट्रक ऑपरेटरों, चालक एवं परिचालक, गाड़ियों की मरम्मत और अन्य कार्यों में जुड़े स्थानीय लोग, ढाबा संचालक इत्यादि हजारों परिवार भी आर्थिक तंगी की हालत में जा रहे थे. ऐसे में प्रदेश सरकार ने मानवीय दृष्टिकोण से भी इस मामले को हल करने के लिए लगातार प्रयास किए.