शिमला: हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार की कैबिनेट बैठक एक मार्च को होगी. यह इस सरकार की तीसरी कैबिनेट बैठक है. इस बैठक में पूर्व जयराम सरकार के समय में खोले गए गए शिक्षण संस्थानों को लेकर सरकार फैसला ले सकती है. इसके अलावा बैठक में शिक्षा विभाग में कुछ भर्तियों पर भी सरकार द्वारा फैसला लेने की संभावना है. 1 मार्च को सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार की कैबिनेट बैठक होगी. इसमें शिक्षा विभाग से संबधित कुछ प्रस्तावों पर सरकार फैसला ले सकती है. शिक्षा विभाग के तहत पूर्व सरकार ने 380 शिक्षण संस्थान अपने आखिरी समय में खोले हैं, इनको लेकर रिपोर्ट इस कैबिनेट में पेश की जा सकती है. बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग से सरकार ने ब्यौरा मांगा है कि खोले गए शिक्षण संस्थानों में कितने फंक्शनल है और उनमें छात्रों की संख्या क्या है. इस तरह सरकार इस कैबिनेट बैठक में इन संस्थानों को लेकर कोई फैसला सकती है.
यही नहीं शिक्षा विभाग में खाली पड़े शिक्षकों के पदों को भरने के बारे में भी इस कैबिनेट में फैसला होने की उम्मीद है. शिक्षा विभाग के तहत प्री-प्राइमेरी कक्षाओं के लिए एनटीटी की भर्तियां की जानी हैं. हालांकि पूर्व सरकार ने इनकी भर्तियों को अंत में फैसला था जो कि मौजूदा सरकार ने बदल दिया है. ऐसे में सरकार को इस पर नए सिरे से फैसला करना है. कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से होने वाली भर्तियों को लेकर भी सरकार फैसला ले सकती है. कर्मचारी चयन आयोग को सरकार ने भंग कर दिया है. इसके तहत कई भर्तियां हो रही थी. जिनमें कुछ भर्तियां अंतिम चरण में है. इनकी भर्तियों को राज्य लोक सेवा आयोग से करवाने को लेकर कैबिनेट फैसला ले सकती है.
कैबिनेट की दो सब कमेटियों की रिपोर्ट बैठक में जाएगी: कांग्रेस की दो गारंटियों को पूरा करने के लिए गठित दो सब कमेटियों की रिपोर्ट को भी इसमें रखा जा सकता है. कांग्रेस की एक लाख रोजगार देने की गारंटी को लेकर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान की अध्यक्षता में गठित कमेटी अपनी रिपोर्ट इस बैठक में रख सकती है. रिपोर्ट में विभिन्न विभागों में खाली पड़े पदों के अलावा जारी भर्ती प्रक्रियाओं को लेकर जिक्र होगा. सरकार कैबिनेट में इस पर चर्चा कर सकती है और इसके बाद बजट में सब कमेटी की सिफारिशों के आधार पर भर्तियों का प्रावधान कर सकती है.