शिमला:हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू की कैबिनेट का विस्तार टलता जा रहा है. पार्टी में खेमेबाजी के चलते सुखविंदर सरकार की कैबिनेट विस्तार नहीं हो पा रहा. फिलहाल जुलाई हफ्ते के पहले हफ्ते तय कैबिनेट विस्तार टल गया है. यही नहीं सुखविंदर सिंह सुक्खू भी आठ जुलाई तक व्यस्त हैं. ऐसे में अभी अगले कुछ दिनों तक किसी भी विस्तार की संभावना नहीं है. हिमाचल में कांग्रेस की गुटबाजी के चलते कैबिनेट विस्तार नहीं हो पा रहा है. हालांकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर कैबिनेट विस्तार करने के लिए लगातार दबाव है. पार्टी के अंदर वरिष्ठ नेता लगातार केंद्रीय हाईकमान के सामने कैबिनेट विस्तार के लिए पहुंच रहे हैं. केंद्रीय हाईकमान भी हिमाचल में कैबिनेट विस्तार करना चाह रहा है, लेकिन कैबिनेट में शामिल करने के लिए खेमेबाजी चरम पर है. इससे हाईकमान भी ज्यादा दबाव मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर नहीं डाल रहा. कैबिनेट में अभी तीन पद खाली हैं. इसके अलावा विधानसभा उपाध्यक्ष के पद पर भी ताजपोशी होनी है. इस तरह चार पदों पर ताजपोशियां होनी हैं, जो कि हो नहीं पा रही.
कैबिनेट मंत्री के कई दावेदार:हिमाचल में कैबिनेट मंत्री के तीन पद हैं, जबकि दावेदार कई हैं. फिलहाल मंत्री पद के लिए प्रमुख दावेदार के तौर पर हमीरपुर से विधायक राजेंद्र राणा, कांगड़ा जिले से सुधीर शर्मा और बिलासपुर से राजेश धर्माणी के नाम प्रमुखता से सामने आया है. कांगड़ा जिले से याद्रविंद्र गोमा और संजय रत्न भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल बताए जा रहे हैं. इसी तरह सिरमौर जिले से विनय कुमार के नाम भी सामने आ रहा है. मंडी जिले से एक मात्र विधायक धर्मपुर से कांग्रेस के चंद्रशेखर हैं. मंडी जिले को भी अभी प्रतिनिधित्व नहीं मिला है. हालांकि बिलासपुर से एक मात्र दावेदार राजेश धर्माणी हैं, इनको लेकर कोई दिक्कत नहीं है. इनका मंत्री बनना तय है, लेकिन सबसे ज्यादा पेंच कांगड़ा और हमीरपुर में फंसा हुआ है. हमीरपुर से विधायक राजेंद्र राणा मंत्री पद के दावेदार हैं, लेकिन हमीरपुर जिला से मुख्यमंत्री है, ऐसे में उनके नाम पर सहमति नहीं बन पा रही है. इसी तरह कांगड़ा जिला में सुधीर शर्मा वरिष्ठ नेता हैं जो कि पू्र्व की वीरभद्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं. हालांकि यहां से यादवेंद्र गोमा नाम सबसे आगे चल रहा है. इसी तरह कांगड़ा से ही संजय रत्न भी मंत्री पद की दौड़ में हैं. ऐसे में वरिष्ठ नेताओं का लगातार दबाव पड़ रहा है जो कि अपने लिए दिल्ली में भी पैरवी कर रहे हैं.
प्रतिभा सिंह भी केंद्रीय हाईकमान के सामने रख चुकी हैं पक्ष:हिमाचल में कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी कैबिनेट विस्तार को लेकर केंद्रीय हाईकमान के सामने अपना पक्ष रख चुकी हैं. हिमाचल में लोकसभा चुनाव अगले साल होने हैं, ऐसे में प्रतिभा सिंह चाह रही हैं कि कैबिनेट विस्तार हो. इसी तरह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी दिल्ली में हाईकमान के साथ बात कर चुके हैं. हाल ही में मुख्यमंत्री दिल्ली गए थे, वहां उन्होंने हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला सहित अन्य नेताओं से मिले थे, लेकिन विस्तार को लगातार टाला जा रहा है.