शिमला:विपक्ष के वॉकआउट के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना वायरस पर भी राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है. झूठ बोलना विपक्ष की आदत बन गई है. जयराम ने कहा कि अभी तक मामले की पुष्टि ही नहीं हुई है कि व्यक्ति को कोरोना वायरस है भी या नहीं. अभी तक जांच की रिपोर्ट भी नहीं आई है, लेकिन नेता विपक्ष कह रहे हैं कि प्रदेश में कोरोना वायरस आ गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वायरस है ही नहीं तो हम स्कूल बंद क्यों करें. विपक्ष राजनीतिक मकसद से सनसनी फैलाने की कोशिश कर रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वक्त से यह बीमारी चीन में फैलने से काफी लोगों की मौत हुई और जो तैयारी होनी चाहिए वो की गई हैं.
भारत सरकार से अलर्ट मेल आने के बाद निवारण और नियंत्रण उपाय किये गए हैं. इसके लिए टेस्ट और खून के नमूने एकत्रित किये जाते हैं. अगर किसी ने 15 जनवरी 2020 के पहले या आसपास चीन का दौरा किया या 10 फरवरी के बाद 12 देश जो कोरोना से प्रभावित हैं उनका दौर किया है उनमे बुखार खांसी के लक्षण पाए जाने पर उनकी निगरानी रखी जाती है.
30 विदेशी लोगों ने स्वयं घोषणा की है कि उन्होंने चीन के बुआन शहर की यात्रा नहीं कि है, इन लोगों को निगरानी में रखा गया है. ये लोग उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की यात्रा करके आये थे, लेकिन ये सभी स्वस्थ हैं.
जयराम ठाकुर ने कहा की इसके लिए प्रदेश सरकार ने इसके लिए जिला और राज्य स्तर पर तैयारी पूरी कर ली गई है. सभी जिला मुख्यालय को टोल-फ्री नम्बरों से जोड़ा गया है. दोनों मेडिकल कॉलेजों में पूरे प्रबन्ध किए गए हैं. इसके अलावा सभी जिला अस्पतालों में स्पेशल वार्ड बनवाए गए हैं. सभी जिला अस्पतालों में विशेष मास्क उपलब्ध करवा दिए गए हैं.
इसके अलावा पंचायत स्तर पर भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है. प्रदेश के तीन जिलों विशेष डेडिकेटिड एम्बुलेन्स उपलब्ध करवा दी है. अब तक सात बार भारत सरकार के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की है. पिछले दिनों कुल 3 लोगों ने विदेशों की यात्रा की थी. इनमें 2 को टांडा अस्पताल और 1 का आईजीएमसी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इन तीनों का सैम्पल लेकर टेस्ट के लिये भेज दिया गया है. तीनों व्यक्तियों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक एक भी मामले की पुष्टि नहीं हुई है इसलिए किसी भी संस्थान को बंद करने की जरूरत नहीं हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विषय पर राजनीति करने की जरूरत नहीं है.