शिमला: हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों में से 40 सीटों पर कांग्रेस की जीत हुई है. सबसे बड़ी बात ये कि कांग्रेस के स्टार प्रचारक हिमाचल में कम सक्रिय दिखे. चुनाव प्रचार की बागडोर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने संभाली. उनके अलावा बड़े चेहरों में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी के युवा नेता सचिन पायलट और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने चुनाव प्रचार में अहम भूमिका निभाई. इस प्रचारकों का कितना जादू चला जानें.. (election result 2022 ) ( Congress star campaigners in himachal assembly election)
कांग्रेस ने करीब 70 रैलियां की : कांग्रेस सिर्फ प्रियंका वाड्रा व सचिन पायलट के सहारे रही. अलबत्ता नव नियुक्त पार्टी मुखिया मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी दो रैलियां कीं. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत सहित पार्टी प्रवक्ताओं व पार्टी प्रभारी राजीव शुक्ला ने कई कार्यक्रम किए. (Himachal Pradesh Election news)
प्रियंका गांधी वाड्रा ने की 4 रैली: पीएम मोदी और प्रियंका वाड्रा ने हिमाचल में चार-चार रैलियां ही कीं. वहीं प्रियंका को शिमला में रोड शो भी करना था, लेकिन वो ऐन समय पर रद्द हो गया. वहीं, चुनाव से पूर्व प्रियंका वाड्रा ने सोलन में परिवर्तन संकल्प रैली की थी. 4 नवंबर को कांगड़ा जिले के नगरोटा में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने एक के बाद एक रैलियां की. इस दौरान उनके साथ भूपेश बघेल भी मौजूद थे. कांग्रेस प्रत्याशी आरएस बाली के पक्ष पर वोट की अपील की. 7 नवंबर को प्रियंका गांधी ने ऊना जिले के हरोली के कांगड़ मैदान में कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश अग्निहोत्री के पक्ष में रैली को संबोधित किया. चुनाव प्रचार के आखिरी दिन 10 नवंबर को प्रियंका गांधी ने सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में कांग्रेस प्रत्याशी किरनेश जंग के पक्ष में चुनावी रैली को संबोधित किया था.
प्रियंका की रैलियों का दमदार असर:भले ही प्रियंका गांधी ने हिमाचल में कम रैलियां की लेकिन उनका व्यापक असर परिणामों में देखने को मिला. सोलन में प्रियंका की परिवर्तन रैली रंग लाई. सोलन की पांच सीटों में से चार सीटों अर्की, दून, कसौली और सोलन पर कांग्रेस ने कब्जा किया है. जबकि नालागढ़ सीट से निर्दलीय प्रत्याशी किशन लाल ठाकुर ने जीत हासिल की. नगरोटा में भी प्रियंका की रैली हुई थी. प्रियंका की रैली का इतना असर हुआ कि नगरोटा ही नहीं बल्कि कांगड़ा जिले की 15 सीटों में 10 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा किया. नगरोटा से कांग्रेस प्रत्याशी आरएस बाली की जीत हुई. ऊना के हरोली में भी प्रियंका गांधी ने मुकेश अग्निहोत्री के लिए प्रचार किया था. हरोली से मुकेश अग्निहोत्री की जीत हुई. वहीं ऊना जिले की पांच सीटों की बात करें तो 4 पर कांग्रेस ने फतह हासिल की. हालांकि सिरमौर के पांवटा साहिब में रैली का असर नहीं दिखा. कांग्रेस प्रत्याशी किरनेश जंग की हार हुई है. वहीं सिरमौर जिले की बात करें तो पांच सीटों में से 3 पर कांग्रेस का कब्जा हुआ. वहीं शिमला शहरी और ग्रामीण सीट पर भी प्रियंका का असर दिखा. दोनों ही सीटों पर कांग्रेस की जीत हुई. शिमला जिले की 8 सीटों में से 7 पर कांग्रेस का कब्जा हुआ. कुल मिलाकर प्रियंका ने पांच जिलों में चुनाव प्रचार किया और 23 सीटों पर कांग्रेस की जीत हुई.
हिमाचल सीएम तय करेंगी प्रियंका गांधी वाड्रा!:हिमाचल में चुनाव प्रचार के दौरान ना तो राहुल गांधी नजर आए और ना ही सोनिया गांधी. स्टार प्रचारकों के नाम पर कांग्रेस के लिए प्रियंका गांधी ने अकेले मोर्चा संभाले रखा. इस बार हिमाचल में प्रचार के दौरान प्रियंका गांधी ने हिमाचल की जनता और यहां के राजनीतिक माहौल को नजदीक से परखा है. साथ ही राज्य के कांग्रेस नेताओं की कमिटमेंट और सिंसियरिटी को भी तौला है. चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस को मिले समर्थन के बाद प्रियंका वाड्रा को भी आस बंधी है कि पार्टी हिमाचल में सत्ता में वापिसी करेगी. इसलिये प्रियंका गांधी की सक्रियता के कारण ये तय है कि अगले मुख्यमंत्री की फाइल पर प्रियंका गांधी के ही दस्तखत होंगे. मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए प्रियंका गांधी का एक फॉर्मूला भी है जिसमें फिट होने वाला ही सीएम की कुर्सी पर बैठेगा. फिलहाल सीएम के रेस में कई नाम आगे चल रहे हैं.