शिमला: राजधानी शिमला के बाजारों में अवैध तहबाजारियों से आम लोगों का चलना मुश्किल हो गया है. प्रदेश हाईकोर्ट ने नगर निगम को अवैध तहबाजारियों को हटाने के सख्त निर्देश जारी किए हैं. कोर्ट के आदेशों के कारण नगर निगम ने अवैध तहबाजारियों को हटाने की मुहीम भी शुरू कर दी है.
नगर निगम को अवैध तहबाजारियों को हटाने के सख्त निर्देश दिए नगर निगम के कर्मचारी तहबाजारियों को हटाने के लिए फिल्ड में उतर आए हैं और अवैध तहबाजारियों का सामान भी जब्त किया जा रहा है. निगम ने 60 के करीब तहबाजारियों का सामान अपने कब्जे में लिया है.
नगर निगम की महापौर कुसुम सटरेट का कहना है कि शहर में तहबाजारियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. नगर निगम इन्हें एक तरफ से उठाता है तो यह दोबारा दूसरी ओर बैठ जाते हैं. उन्होंने कहा कि निगम में पंजीकृत तहबाजारियों की संख्या 1065 के पार
पहुंच गई है और इस संख्या से ज्यादा किसी भी तहबाजारी को बैठने नहीं दिया जाएगा.
महापौर कुसुम का कहना है कि तह बाजारियों को हटाने के लिए हाईकोर्ट ने निर्देश जारी किए हैं और इन्हें हटाने के लिए अब पुलिस और होमगार्ड के जवानों की मदद भी ली जा रही है.
बता दें कि शहर में जगह-जगह तहबाजारी सड़को पर सामना रख कर बेच रहे है, जिससे लोगों का चलना भी मुश्किल हो गया है. शहर के तकरीबन सभी बाजारों के यही हाल है. इस पर हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लेते हुए 15 दिन में तहबाजारियों को हटाने के कड़े निर्देश दिए हैं.