शिमला: हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों हुई भारी बारिश का असर आम जनजीवन पर पड़ने लगा है. मिली जानकारी के अनुसार बारिश के कारण प्रदेश भर में अभी भी 936 रूट बंद पड़े हुए हैं. जबकि 260 एचआरटीसी की बसें अभी भी कई इलाकों में बाढ़ और लैंडस्लाइड के कारण फंसी हुई हैं. बीते कल यानी गुरुवार को प्रदेश के 1100 रूट बंद थे और 352 एचआरटीसी की बसें फंसी हुई थी. प्रदेश सरकार और प्रशासन द्वारा बंद रोड को खोलने का लगातार प्रयास किया जा रहा है.
सिंधु बॉर्डर तक चलेंगी HRTC बसें: बताया जा रहा है कि दिल्ली में बाढ़ के हालात के कारण अब हिमाचल व चंडीगढ़ से दिल्ली जाने वाली एचआरटीसी की बसें अब सिर्फ सिंधु बॉर्डर तक ही चलेंगी. दिल्ली में कश्मीरी गेट तक बाढ़ का पानी भर गया है, जिसके बाद कश्मीरी गेट तक सभी बसों के रूटों को रद्द कर दिया है. ऐसे में हिमाचल से दिल्ली जाने वाली एचआरटीसी बसों को सिर्फ सिंधु बॉर्डर तक ही चलाया जाएगा. इसके लिए हिमाचल निगम प्रबंधन ने सभी ड्राइवरों और बस कंडक्टरों को निर्देश जारी कर दिए हैं. सिंधू बार्डर से आगे दिल्ली में जाने के लिए दिल्ली प्रशासन द्वारा बसों को क्लब कर चलाया जा रहा है, ताकि हिमाचल व चंडीगढ़ से जाने वाले यात्री दिल्ली में अपने गंतव्य तक पहुंच सकें.
हिमाचल में बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसी एचआरटीसी की बसें. एंडवास बुकिंग का किराया होगा वापस:मिली जानकारी के अनुसार जिन यात्रियों ने दिल्ली की एंडवास बुकिंग करवाई है, उन्हें हिमाचल परिवहन निगम द्वारा किराया भी वापस किया जाएगा. इसके अतिरिक्त निगम प्रबंधन ने फैसला लिया है कि प्रदेश में बाढ़ पीड़ितों व विभिन्न जगहों पर फंसे यात्रियों को उनके गंतव्य स्थानों तक पहुंचाने के लिए एचआरटीसी ने स्पेशल बसें भी चलाई है. उन बसों में यात्रियों से साधारण किराया लिया जाएगा. इससे पहले निगम स्पेशल बसों में 20 प्रतिशत अधिक किराया लेता था, लेकिन सरकार के निर्देशों के अनुसार निगम प्रबंधन ने विभिन्न जगह में फंसे यात्रियों के लिए राहत प्रदान की है.
HRTC स्पेशल बसों में लिया जाएगा साधारण किराया:एचआरटीसी के एमडी रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि अभी भी प्रदेश में 936 रूट बंद हैं और 260 एचआरटीसी की बसें फंसी हुई हैं. उन्होंने बताया कि दिल्ली में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए प्रदेश भर से दिल्ली जाने वाली बसें अब सिर्फ सिंधु बॉर्डर तक ही चलेंगी. इसके अलावा बाढ़ राहत कार्य में लगाई गई स्पेशल बसों में भी यात्रियों से साधारण किराया ही लिया जाएगा.
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