शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून तबाही मचा रहा है. प्रदेश में फिर से बारिश के साथ-साथ तबाही का सिलसिला भी शुरू हो गया है. जिससे सड़कों, पानी की परियोजनाओं सहित निजी संपत्तियों को क्षति हो रही है. मानसून की बारिश में नुकसान का आंकड़ा 7000 करोड़ से पार गया है. यही नहीं प्रदेश में 9311 परिवारों के मकानों को भी क्षति पहुंची है. लगातार हो रही बारिश से प्रदेश में 621 सड़कें बंद हो गई है. बारिश में होने वाले हादसों में अब तक हिमाचल में 257 लोगों की मौत हो चुकी है.
हिमाचल में 621 सड़कें बंद: राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश से 7020 करोड़ का नुकसान अब तक हो चुका है. इसमें पीडब्ल्यूडी को 2248 करोड़ का नुकसान आंका गया है. भारी बारिश से प्रदेश में सैकड़ों सड़कों को नुकसान पहुंचा है. इनके अलावा 94 पुल भी क्षतग्रस्त हुए हैं और 19 पुल बाढ़ में बह गए. बीते दिन से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में फिर से भारी बारिश हो रही है. जिससे सड़कों के बंद होने का सिलसिला जारी है. हालांकि पीडब्ल्यूडी क्षतिग्रस्त सड़कों की बहाली में जुटा है, मगर बारिश के कारण फिर से सड़कें बंद हो रही हैं. प्रदेश में 621 सड़कें बंद हो गई है. इसमें 146 सड़कें पीडब्ल्यूडी शिमला जोन में बंद हैं, मंडी जोन के तहत 189 सड़कें, हमीरपुर जोन में भी 189 सड़कें और कांगड़ा जोन में भी 95 सड़कें बंद हैं.
IPH की करोड़ों की परियोजनाएं क्षतिग्रस्त: प्रदेश में भारी बारिश से जल शक्ति विभाग की पानी की परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हो रही हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार जल शक्ति विभाग की 5191 हैंडपंपों सहित 15,858 परियोजनाओं को मानसून में क्षति पहुंची है. इनमें 8204 पेयजल परियोजनाएं हैं, जिनमें से करीब 7801 परियोजनाओं को अस्थाई तौर पर बहाल कर दिया गया है. इसके अलावा सिंचाई की 2132 परियोजनाएं, फ्लड कंट्रोल की 203 व सीवरेज की 128 परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. अब तक जल शक्ति विभाग को करीब अब तक 1668 करोड़ का नुकसान आंका गया है.