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Himachal Flood: हिमाचल में आफत की बारिश, अब तक 4900 करोड़ का नुकसान, 131 लोगों की मौत, 676 सड़कें अभी भी बंद - हिमाचल मानसून

हिमाचल प्रदेश में बरसात की मचाई तबाही अभी भी जारी है. प्रदेश भर के कई इलाकों में बारिश और तबाही का दौर अभी नहीं थमा है. प्रदेश में सड़कें, पुल, पानी की परियोजनाओं से लेकर बिजली बोर्ड बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. हालांकि सभी विभागों द्वारा सड़कों, जल परियोजनाओं और बिजली को बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन बारिश इसमें अड़चन बनी हुई है. (Heavy Rain in Himachal) (Himachal Flood)

Himachal Disaster Update.
हिमाचल में बारिश से भारी तबाही.

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Published : Jul 21, 2023, 7:56 AM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून ने अबकी बार जानमाल को भारी क्षति पहुंचाई है. जानकारी के मुताबिक मानसून में अब तक प्रदेश को 4900 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. वहीं, बारिश को देखते हुए नुकसान का आंकड़ा बढ़ने की अभी और संभावना जताई जा रही है. बताया जा रहा है कि इस बरसात में अब तक 131 लोगों की जानें ले चुकी हैं. जबकि प्रदेश में 5554 से ज्यादा मकान भी बारिश में क्षतिग्रस्त हुए हैं.

हिमाचल में आफत की बरसात: प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रदेश में भारी बारिश से सड़कों, पानी की परियोजनाओं, निजी संपत्तियों को लगभग 4984 करोड़ का नुकसान पहुंचा है. इसमें पीडब्ल्यूडी को करीब 1588 करोड़ का नुकसान आंका गया है. प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में सैकड़ों सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं और करीब दो दर्जन पुल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि करीब एक दर्जन पुल बह गए हैं.

बारिश से सड़कें बंद होने का सिलसिला जारी: प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से सड़कों के बंद होने का सिलसिला अभी भी जारी है. मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश में अभी भी 676 सड़कें बंद हैं. इनमें सबसे ज्यादा 375 सड़कें पीडब्ल्यूडी शिमला जोन के तहत बंद हैं. जबकि 211 सड़कें मंडी जोन और 81 सड़कें कांगड़ा जोन, 9 सड़कें हमीरपुर जोन के तहत बंद हैं. हालांकि विभाग सड़कों को खोलने का काम कर रहा है, लेकिन बारिश सड़कों की बहाली के काम में मुश्किलें बढ़ा रही हैं.

जल परियोजनाओं पर मानसून का कहर: हिमाचल में भारी बारिश के कारण इस बार जल शक्ति विभाग को भी भारी नुकसान झेलना पड़ा है. भारी बारिश से जल शक्ति विभाग की जल परियोजनाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं. जानकारी के अनुसार जल शक्ति विभाग की करीब 7256 योजनाएं प्रभावित हुई हैं. इनमें 5707 पेयजल परियोजनाएं शामिल हैं, जिनमें से 5473 को बहाल कर दिया गया है. इसके अलावा सिंचाई की 1352, फ्लड कंट्रोल की 138 व सीवरेज की 59 परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं.

बरसात से करोड़ों का नुकसान: इस बार मानसून का कहर जल शक्ति विभाग पर भी आफत बन कर बरसा है. विभागीय आंकड़ों के अनुसार अब तक जलशक्ति विभाग को करीब 1440 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. वहीं, मानसून की भारी बारिश से बिजली बोर्ड को भी करीब 1482 करोड़ का नुकसान आंका गया है. जबकि बागवानी विभाग को करीब 144 करोड़ के नुकसान की आशंका जताई गई है. इसके अलावा शहरी निकायों में भी करीब 6.47 करोड़ का नुकसान बारिश से हुआ है.

बरसात में गंवाई 131 लोगों ने जानें: मानसून में प्रदेश में भारी जानी नुकसान हुआ है. मिली जानकारी के मुताबिक मानसून में इस बार 131 लोगों की जानें गई हैं. प्रदेश में करीब 5554 परिवारों के आशियाने भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. इनमें 578 घर पूरी तरह से बर्बाद हुए हैं, जबकि 4976 घरों को आंशिक क्षति पहुंची है. इनके अलावा 233 दुकानें भी इस बरसात में क्षतिग्रस्त हुई हैं. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 1463 से गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. सैंकड़ों मवेशी बरसात में मौत का ग्रास बने हैं.

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