डॉ. धनीराम शांडिल, स्वास्थ्य मंत्री शिमला: हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार ने अस्पतालों को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाने का फैसला लिया है. प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाए जाएंगे. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसका ऐलान बजट सत्र के दौरान किया था. स्वास्थ्य विभाग ने इसे अब अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है. इसके तहत शुरुआती तौर पर प्रदेश में 34 स्वास्थ्य संस्थानों को आदर्श संस्थान बनाया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने शुक्रवार को इसका ऐलान किया.
34 अस्पताल बनेंगे आदर्श स्वास्थ्य संस्थान: स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि शुरू में 34 अस्पतालों को आदर्श संस्थान बनाया जाएगा. इन सभी संस्थानों में मेडिसिन, सर्जरी, पेडियाट्रिक्स, गायनी, ऑर्थोपेडिक, एनएसथीसिया के स्पेशलिस्ट डॉक्टर तैनात किए जाएंगे. प्रत्येक संस्थान में कम से कम 6 स्पेशलिस्ट डॉक्टर होंगे. सबसे पहले रीजनल अस्पताल, जिला अस्पताल को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाया जाएगा. इसको लेकर जल्द ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा नोटिफिकेशन जारी की जाएगी.
आदर्श स्वास्थ्य संस्थान में होंगी सब फैसिलिटी: स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हिमाचल में लोगों को घर द्वार पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने का फैसला किया है. इसके लिए हिमाचल में ये आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाए जा रहे हैं, ताकि लोगों को स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के लिए शहरों का रुख ना करना पड़े. अभी तक प्रदेश में कुछ ही चुनिंदा संस्थानों में ही इस तरह के स्पेशलिस्ट डॉक्टर तैनात हैं.
स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की भारी कमी: प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के अधिकांश अस्पतालों में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की भारी कमी है. यहां तक कि कई जिला स्तर के अस्पतालों में सभी स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं है. हालात यह है कि कई अस्पताल में सर्जरी के डॉक्टर हैं, लेकिन एनेस्थीसिया के नहीं है, ऐसे में यहां सर्जरी नहीं हो रही है. इसी तरह गायनी, मेडिसिन के डॉक्टरों की कमी है.
स्पेशलिस्ट डॉक्टर होंगे तैनात: स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि मौजूदा सरकार ने आदर्श संस्थानों का बनाने का फैसला किया है. जिसमें स्पेशलिस्ट डॉक्टर होंगे. इस तहत जहां पहले से 2 स्पेशलिस्ट डॉक्टर हैं, उनके लिए 4 अतिरिक्त डॉक्टर दिए जाएंगे. इन संस्थानों में प्रदेश के मेडिकल कॉलेज से निकलने वाले स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को नियुक्ति दी जाएगी. बाकी 34 अस्पतालों में अगले साल नए स्पेशलिस्ट डॉक्टर मिलने पर तैनाती की जाएगी.
IGMC को जल्द मिलेगी नई MRI मशीन: आईजीएमसी की एमआरआई मशीन बार-बार खराब हो रही है. इस कारण मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. हाल ही में भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें लोग रात तक एमआरआई टेस्ट का इंतजार कर रहे थे. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस मशीन के लिए टेंडर करवा दिए गए हैं. जल्द ही आईजीएमसी को मशीन उपलब्ध करवा दी जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ऑर्थोपेडिक इंप्लांट्स अब नवगठित हिमाचल प्रदेश मेडिकल कॉरपोरेशन के जरिए मुहैया होंगे. इसके अलावा सभी तरह के उपकरण और दवाइयां भी मरीजों को इसी से मुहैया होंगी. इनकी खरीद में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश मेडिकल कॉरपोरेशन का गठन किया है.
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