शिमला: हिमाचल प्रदेश में निर्मित दवाओं के कुछ सैंपल फेल होने पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि हिमाचल में बनने वाली दवाओं में मिलावट का होना अत्यंत चिंताजनक है. हिमाचल के बद्दी में निर्मित दवाओं में मिलावट पाए जाने पर प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा संज्ञान लिया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसे दवा निर्माताओं खिलाफ स्वास्थ्य विभाग कोई सख्ती नहीं बरतेगा और इनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
'ज्यादा बार दवाओं के सैंपल फेल होने वाली दवा कंपनियों के होगें लाइसेंस रद्द':स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि दवा उत्पादन के मामले में देशभर में हिमाचल प्रदेश तीसरे स्थान पर आता है. ऐसी स्थिति में हिमाचल में निर्मित कुछ दवाओं के सैंपल फेल होने और उनमें मिलावट के मामले सामने आना चिंता का विषय है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार दवाओं में गुणवत्ता निर्धारित करने के लिए कड़े कदम उठाएगी. संदिग्ध दवा निर्माताओं पर स्वास्थ्य विभाग, ड्रग कंट्रोलर टीम के माध्यम से कड़ी नजर रख रहा है. जिन दवा निर्माताओं की दवाओं के सैंपल एक से अधिक बार फेल हो चुके हैं, उनके लाइसेंस रद्द कर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी.