शिमला: प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र खुश रह पाएं इसके लिए छात्रों के पाठ्यक्रम में हैप्पीनेस करिकुलम को शामिल किया जाएगा. इस करिकुलम के माध्यम से छात्रों को खुश रहने के तरीकों के बारे में जानकारी देने के साथ ही उन्हें किस तरह से खुश रहना है यह सिखाया जाएगा. इस हैप्पीनेस करिकुलम को तैयार कर लिया गया है. अब जैसे ही लॉकडाउन के बाद स्कूल खोले जाएंगे उसके बाद इस करिकुलम को छात्रों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा.
सरकारी स्कूलों में छठी कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्रों के पाठ्यक्रम में इस करिकुलम को शामिल कर छात्रों को पढ़ाया जाएगा. शिक्षा बोर्ड की ओर से इसके लिए मसौदा तैयार किया जा रहा है. इस करिकुलम को इस तरह से तैयार किया गया है जिससे छात्रों का नजरिया बदला जा सके. हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग अब छात्रों के नजरिए में परिवर्तन करने की कोशिश करेगा. हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग इसकी शुरुआत करेगा जिसमें स्कूल स्तर पर ही छात्रों को अंदरूनी खुशी के गुर सिखाए जाएंगे.
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज का कहना है कि छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए स्कूली पाठ्यक्रम में 'हैप्पीनेस करिकुल्लम' को जोड़ा जाएगा. जिसमें छात्रों को खुश रहने के तरीके, मोबाइल फोन से दूरी बनाने सहित अन्य तरीके सिखाए जाएंगे. जिससे वे तनाव से दूर होकर खुश रह सकें. यह अनूठा पाठ्यक्रम स्कूलों में पढ़ने वाले नौनिहालों के स्थानिक और लौकिक पहलुओं और भावनात्मक एवं वौद्धिक विकास पर केंद्रित रहेगा.