शिमला/रामपुर: हिमाचल के सेब बहुल्य इलाकों में ओलावृष्टि का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. ओलावृष्टि होने से सेब के पौधों को भारी नुकसान हुआ है. बागवानों की मेहनत मिट्टी में मिल गई है.
कोरोना महामारी के कारण बागवान भी जूझ रहे है. बागवानों को इस समय न तो मजदूर मिल रहे हैं और न ही दवाइयां. इस बार फ्लावरिंग के लिए मधुमक्खियों के प्रांगण का भी अभाव रहा. ओलावृष्टि होने से सेब की पेटियां बर्बाद हो रही है. इसके साथ-साथ गुठलीदार फलों को भी ओलावृष्टि से काफी असर हुआ है. ऐसे में प्रभावित क्षेत्रों के किसान, बागवान के लिए साल गुजारना मुश्किल हो गया है.