शिमला: गुजरात के उद्यमियों के साथ मीटिंग के दौरान सीएम ने कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक परियोजनाओं के आवंटन में दक्षता, पारदर्शिता, समयबद्धता और जवाबदेही सुनिश्चित कर रही है. सरकार के इन प्रयासों के परिणामस्वरूप प्रदेश में अपनी इकाइयां स्थापित करने में उद्यमियों को किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पडे़गा. यह आयोजन हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा सीआईआई, हिमाचल प्रदेश के सहयोग से आयोजित किया गया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने एकल खिड़की तंत्र भी विकसित किया है, जो उद्यमियों को राज्य में निवेश करने के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. उन्होंने उद्यमियों को राज्य में अपनी इकाइयां स्थापित कर हिमाचल प्रदेश की विकास यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया.
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार समस्त क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए औद्योगिक नीति के तहत आकर्षक प्रोत्साहन प्रदान कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश ने विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की है, ताकि यह निवेश के लिए एक आदर्श गंतव्य बनकर उभर सके. हिमाचल एक शांतिप्रिय राज्य है, जहां अनुकूल औद्योगिक संबंध, अतिरिक्त ऊर्जा, कुशल श्रमशक्ति आदि उपलब्ध हैं. सीएम ने व्यापार समुदाय से हिमाचल प्रदेश में निवेश करने पर विचार करने का आग्रह किया. उन्होंने निवेश के लिए राज्य सरकार द्वारा चिन्हित क्षेत्रों पर जानकारी दी और आश्वासन दिया कि राज्य में निवेश करने के इच्छुक उद्यमियों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी. राज्य में उनकी सरकार निवेश को आकर्षित करने के लिए सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.
उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने गुजरात के निवेशकों का स्वागत करते हुए उनसे हिमाचल प्रदेश में निवेश के अवसर खोजने का आग्रह किया. इसके अलावा मुख्य सचिव बीके अग्रवाल ने गुजरात के उद्योग समुदाय को संबोधित करते हुए वहां के लोगों की दूरदर्शिता व उनके द्वारा अर्जित सफलता की सराहना की. उन्होंने उद्योगपतियों को एमओयू पर हस्ताक्षर करने के लिए आमंत्रित किया, जिससे इनकी निगरानी मुख्यमंत्री खुद ऑनलाइन कर सकें. सीएम राज्य सरकार द्वारा व्यापार में सुगमता (ईओडीबी), भूमि बैंक और महाविद्यालय व स्कूली स्तर पर श्रम शक्ति जैसी पहल पर विस्तृत जानकारी दी.