शिमला: प्रदेश में कोरोना संकट को देखते हुए कर्फ्यू लगाया गया है. जिसकी वजह से कई हिमाचली बाहरी राज्यों में फंसे हैं. वहीं, बाहरी राज्यों के कुछ लोग प्रदेश में भी फंसे हुए हैं. शिमला में पिछले 19 दिनों से कोलकाता के 5 ट्रैकर्स का ग्रुप फंसा है.
यह लोग जब प्रदेश में स्थिति सामान्य थी तो उस समय पहाड़ों पर ट्रैकिंग पर आए थे, लेकिन उसके बीच में कोरोना वायरस को लेकर स्थिति खराब हो गई. प्रदेश में लॉकडाउन और कर्फ्यू के चलते यह ट्रैकर्स भी यहां फंस गए और तब से यहीं रह रहे हैं
अब जब लॉकडाउन आगे बढ़ रहा है तो अब इन लोगों को अपने रहने की चिंता सता रही है. ट्रैकर्स अपनी परेशानी को लेकर जिला उपायुक्त के समक्ष आए थे. इन्होंने उपायुक्त के समक्ष अपनी यह परेशानी सांझा की है. इन ट्रैकर्स का कहना है कि 12 मार्च को यह प्रदेश में ट्रेकिंग पर आए थे.
जब लॉकडाउन हुआ तो उस समय यह लोग ट्रेकिंग पर थे और जब तक यह शिमला पहुंचे उस समय तक प्रदेश से बाहर आने जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था. यह लोग अभी तक जतोग आर्मी कैंट में अपने एक दोस्त के यहां रह रहे थे.
ट्रैकर्स काफी दिनों से वहां रुके हुए थे, जिसकी वजह से अब इन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इन लोगों को एक ही चिंता सता रही है कि लॉकडाउन आगे बढ़ा तो यह लोग अपने घर नहीं जा पाएंगे. यहां रहने के लिए भी कोई ठिकाना इनके पास नहीं है.
ऐसे में यह लोग जिला प्रशासन के समक्ष अपनी समस्या को लेकर पहुंचे. इन्होंने प्रशासन से अपील की है कि इनका शिमला में ही रहने का कुछ प्रबंध कर दिया जाए. वहीं, उपायुक्त अमित कश्यप ने इन ट्रैकर्स की समस्या को सुनते ही इसका समाधान कर दिया है. इन सभी लोगों के रहने का इंतेजाम शिमला के कालीबाड़ी मंदिर में किया गया है. लॉकडाउन समाप्त ना होने तक यह सभी ट्रैकर्स यहीं कालीबाड़ी मंदिर में रुकेंगे.
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