शिमलाः प्रदेश की जयराम सरकार ने पूर्व ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा से सरकारी गाड़ी वापस ले ली है. सरकार ने अनिल शर्मा के इस्तीफा देने के करीब डेढ़ महीने बाद सरकारी गाड़ी को वापस लिया है. प्रदेश सरकार के जीएडी विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक शर्मा ने ट्योटा फॉर्चूनर गाड़ी सरकार को वापस लौटा दी है.
यही नहीं इसके साथ-साथ प्रदेश सरकार ने सचिवालय में एक मंत्री के बैठने की व्यवस्था में भी व्यापक बदलाव किया है. सचिवालय में कमरा नंबर 229 जो पूर्व मंत्री अनिल शर्मा का कार्यालय था उसे अब सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री राजीव सैजल को दे दिया गया है.
हालांकि प्रदेश सरकार ने अनिल शर्मा से गाड़ी तो वापस ले ली है, लेकिन वो उनसे अभी तक मंत्री आवास खाली नहीं करवा पाई है. मिली जानकारी के मुताबिक सरकार ने बैनमोर स्थित सरकार आवास को खाली करवाने के लिए एक बार फिर उन्हें नोटिस जारी किया है.
नियमों की बात की जाए तो मंत्री पद से इस्तीफा देने के 15 दिन बाद सरकार आवास को खाली करना होता है, लेकिन अनिल शर्मा नोटिस हाथों में आने के बाद ही आवास खाली करना चाहते हैं. वहीं, इससे पहले भी जीएडी की ओर से अनिल शर्मा के लिए आवास खाली करने को लेकर नोटिस जारी हो चुका है.
बता दें कि अनिल शर्मा के बेटे आश्रय शर्मा और पिता सुखराम ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया था. इसके बाद से अनिल शर्मा ने 12 अप्रैल को अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, अनिल शर्मा ने भाजपा की सदस्यता अभी नहीं छोड़ी है.