शिमला:हिमाचल की आर्थिक स्थिति को लेकर सता पक्ष और विपक्ष के बीच लगातार बयानबाजी हो रही है. सता पक्ष पूर्व की सरकार पर हिमाचल को आर्थिक बदहाली में धकेलने का आरोप लगा रहा है. इस बीच सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बड़ा ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि हिमाचल की आर्थिक स्थिति को लेकर सरकार आगामी बजट सत्र में व्हाइट पेपर लाएगी. जिससे हिमाचल की आर्थिक स्थिति का पता चलेगा.
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पहुंचे सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी बदहाली की स्थिति में है और उसको सही दिशा में ले जाना उनका दायित्व है. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को ठीक करने में चार साल लगेंगे, हालांकि इस दौरान विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि बीते पांच सालों में भाजपा की सरकार ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था का ऐसा हाल कर दिया कि आज राज्य आर्थिक बदहाली में पहुंच गया है.
हिमाचल पर 75,000 करोड़ रुपये का कर्ज है. उन्होंने कहा कि जयराम सरकार ने हिमाचल में कर्मचारियों के लिए छट्ठा वेतन आयोग लागू तो किया, लेकिन कर्मचारियों और पेंशनरों को इसका एरियर नहीं दिया. वहीं, कर्मचारियों को डीए के 992 करोड़ भी नहीं दिए. उन्होंने कहा कि जयराम सरकार ने राज्य में 920 संस्थान खोले. लेकिन, इनके लिए बजट का कोई प्रावधान नहीं किया. इन संस्थानों के खुलने से राज्य पर 5000 करोड़ का बोझ पड़ा. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को सलाह देते हुए कहा कि कोई भी आरोप लगाने से पहले वे पूर्व भाजपा सरकार के पांच वर्षों के कार्यकाल का विशलेषण करें.