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माकपा की मांग, बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा दे सरकार

पिछले लंबे समय से लगभग समूचे प्रदेश में भारी ओलावृष्टि, बर्फबारी, भारी बारिश, आंधी तूफान से फलों, सब्जियों व अन्य फसलों को करीब 70 प्रतिशत तक क्षति पहुंची थी. माकपा के जिला सचिव संजय चाैहान ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का सरकार प्रभावितों को मुआवजा और सहायता प्रदान करे.

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Published : Jun 13, 2021, 9:27 PM IST

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शिमला: हाल ही में प्रदेश में आंधी तूफान, ओलावृष्टि, भारी बारिश से हुए भारी नुकसान पर माकपा ने गंभीर चिंता व्यक्त की है. इसके साथ ही माकपा ने सरकार से प्रभावितों को इस क्षति का तुरंत मुआवजा देने की मांग उठाई है.

किसानों को हो रहा नुकसान

माकपा के जिला सचिव संजय चाैहान ने कहा कि आकलन के अनुसार पिछले लंबे समय से लगभग समूचे प्रदेश में भारी ओलावृष्टि, बर्फबारी, भारी बारिश, आंधी तूफान से फलों, सब्जियों व अन्य फसलों को करीब 70 प्रतिशत तक क्षति पहुंची थी, जो लगभग 1500 करोड़ रुपए के करीब बनता है और सरकार द्वारा भी इसका कुछ आकलन किया गया है, जो कि 250 करोड़ रुपए के लगभग आसपास है. सरकार द्वारा आज तक इस क्षति का किसी भी प्रकार का मुआवजा व सहायता प्रभावित किसानों व बागवानों को प्रदान नहीं किया गया है.

सरकार से किसानों को मुआवजा देने की मांग

संजय चाैहान ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा से कई गौशालाएं और सैकड़ों घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. साथ ही फलों व अन्य फसलों जिसमें सेब, पल्म, चेरी, आड़ू, नाशपाती, बादाम, खुमानी आदि फलों को नुकसान पहुंचा है. उन्हाेंने मांग उठाई कि जहां फसल बीमा योजना में बीमा किया गया है वहां बीमा कंपनी को तुरंत मुआवजा देने के आदेश जारी करें अन्यथा पार्टी किसानों व बागवानों को लामबंद कर इसके लिए आंदोलन करेगी.

सरकार संवैधानिक दायित्व का निर्वाहन करे

सरकार आज संकट की इस घड़ी में किसानों, बागवानों की सहायता नहीं करती तो प्रदेश में कृषि का संकट और गहरा होगा और लाखों परिवार जो कृषि व बागवानी से अपना रोजगार अर्जित करते हैं उनको रोजगार का संकट बढ़ जाएगा. और वह भी अन्य राज्यों के किसानों की तरह ही अतिवादी कदम उठाने के लिए मजबूर होंगे. सरकार तुरंत अपना संवैधानिक दायित्व का निर्वाहन कर प्रभावितों को मुआवजा व सहायता प्रदान कर राहत प्रदान करे.

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