रामपुर/शिमला: प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र में कुछ दिनों के बाद सेब सीजन शुरू होने वाला है. वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों की हालत खराब चल रही है. साथ ही कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन के कारण इस साल मजदूरों की कमी भी है, जिसको लेकर बागवान खासे चिंतित है.
बागवानों का कहना है कि जुलाई महीने से कुछ क्षेत्रों में सेब का सीजन शुरू होने वाला है, लेकिन सड़क की हालत सही ना होने के कारण उन्हें चिंता सता रही है. उन्होंने कहा कि सड़क की हालत ठीक ना होने के चलते सेब को मंडियों तक कैसे ले जाया जाएगा.
देवठी से श्राईकोटी जानें वाली सड़क लंबे समय से खस्ता हाल है. ऐसे में वहां के लोगों के लिए सेब को मंडियों तक पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं है. बागवानों का कहना है कि इस सड़क पर वाहन चलाना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है.
जानकारी के अनुसार देवठी से श्राईकोटी-दारनघाटी तक सड़क को पक्का करने का काम लंबे समय से अधर में ही लटका है. अभी तक कई सालों से इस सड़क को पक्का नहीं किया गया है. यहां के बागवानों की मांग है कि देवठी से श्राईकोटी सड़क को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए, ताकि बागवानों को अपने सेब को मंडियों तक पहुंचाने में कोई दिक्कत ना आए. बागवानों ने कहा कि यहां के लोगों की आर्थिकी सेब पर निर्भर करती है. ऐसे में फसल मंडी तक समय रहते न पहुंचने पर बागवानों के हाथ सिर्फ निराशा ही लगने वाली है.