शिमला: प्रदेश में बागवानों को विदेशी विशेषज्ञों ने सेब उत्पादन की उन्नत तकनीक से रू-ब-रू करवाया. तीन दिन के इस प्रशिक्षण में बागवानों को बताया गया कि वे कैसे अपने बागों का रख रखाव करें.
विश्व बैंक पोषित हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना के तहत शिमला में प्रशिक्षण शिविर लगाया गया. इसमें किन्नौर, कुल्लू, शिमला जिला के बागवानों ने भाग लिया. न्यूजीलैंड से आए सेब विशेषज्ञों द्वारा बागवानों को अलग-अलग स्थानों पर सेब के बागों में जाकर प्रैक्टीकल में बताया गया कि बागवान अपने बागों में किस तरह से बागों का रख रखाव करें.
बागवानों को विशेष कर सेब बागीचों में कैंकर जैसी बीमारी को रोकने के लिए विशेष तकनीकी की भी जानकारी दी गई और दवाइयों के स्प्रे आदि के बारे में बताया गया. बेहतर तरीके से प्रूनिंग की जाए और कटे स्थान पर फेबिकोल या अन्य किसी पदार्थ से सील कर दिया जाए तो कैंकर जैसी बीमारी पर अंकुश लगाया जा सकता है. इसके अलावा अच्छे स्तर की दवाइयों को छिड़काव भी इसे रोकने में सहायक हो सकता है. दवाओं का निर्धारित मात्रा से ज्यादा उपयोग करने के कारण ही ये समस्या पेश आई है.