शिमला:हिमाचल प्रदेश के उपचुनावों में अर्की विधानसभ क्षेत्र भाजपा के लिए अहम होती जा रही है. पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता गोविंद राम पार्टी टिकट नहीं मिलता देख बगावती सुर अपना लिए हैं. गोविंद राम शर्मा ने कहा कि पिछली बार भी मुझे टिकट नहीं दिया गया था, जीता हुआ कैंडिडेट होने के बावजूद टिकट काटा गया था, लेकिन मैंने फिर भी पार्टी का पूरा सहयोग किया.
गोविंद राम ने कहा कि मैंने उस वक्त भाजपा के उम्मीदवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लोगों से बात की और उन्हें भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए राजी किया, लेकिन बावजूद उसके मुझे हाशिए पर रखा गया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग नेताओं को गुमराह करते हैं. मैं कभी पार्टी को दोष नहीं देता हूं. लेकिन पार्टी के अंदर कुछ एक दो लोग गलत हो सकते हैं. जिस प्रकार शरीर के अंदर कोई अंग खराब हो जाता है तो उसका इलाज करवा लेना चाहिए. इसी प्रकार कुछ एक दो व्यक्ति जो पार्टी के अंदर गलत कार्य कर रहे हैं. उन्होंने हाईकमान को गलत रिपोर्ट दी है.
लेकिन मैं इस बात को स्पष्ट कहना चाहता हूं कि जो हाईकमान को बताया गया था कि मैं अस्वस्थ हूं. वह बिल्कुल गलत है. मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं. प्रतिदिन मॉर्निंग वॉक करता हूं. वह प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में जहां जरूरत पड़ती है वहां पार्टी का कार्यकर्ता हूं. इसके अलावा खाली समय में अपने परिवार के बच्चों के साथ बैडमिंटन और वॉलीबॉल तक खेलता हूं. इसलिए हाईकमान को जो रिपोर्ट दी गई है कि मैं अस्वस्थ हूं वह सरासर गलत है. मैं पूरी तरह से ठीक हूं और चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं.