शिमलाः प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश पर एक ओर सरकार जंहा वन भूमि से अवैध कब्जों को हटाने में लगी है, वहीं कुछ लोग आज भी वन भूमि पर कब्जा करने का मौका नहीं छोड़ रहे हैं. ताजा मामला ठियोग उपमंडल के साथ लगती देवरीघाट पंचायत के बतोग गांव का है.
यहां प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए एक व्यक्ति द्वारा एक बड़े भूभाग पर अवैध कब्जा करने का मामला संज्ञान में आया है, जिसे लेकर स्थानीय ग्राम वासियों द्वारा वन विभाग, तहसीलदार ठियोग, रेंज ऑफिसर ठियोग को भी इसकी लिखित शिकायत दर्ज करवाई गई है.
स्थानीय ग्राम वासियों के अनुसार उक्त व्यक्ति ने एक बड़े भूभाग पर कंटीली तारें और झाड़ियों से दीवार बना डाली है जिसके चलते ग्राम वासियों का आम रास्ता भी बंद हो गया है. स्थानीय निवासी राजेश हेटा का कहना है कि वन विभाग को लिखित रूप में इसकी शिकायत 14 मई को की गई है, जबकि राजस्व अधिकारियों को भी एक पत्र सौंपा गया, लेकिन कोई करवाई नहीं की गई उन्होंने आरोप लगाया है.
ठियोग के देवरीघाट में वन भूमि पर अवैध कब्जा शिकायतकर्ता का कहना है कि वन भूमि पर कब्जा करने वाले व्यक्ति द्वारा अभी हाल ही में इस भूमि पर कब्जा किया गया है कुछ भूभाग पर सेब का बगीचा भी लगा रखा है. उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा यदि इस पर उचित कार्रवाई नहीं की जाती तो पंचायत वासियों में झगड़े का मुख्य कारण बन जाएगा और बड़ा टकराव भी उत्पन्न हो सकता है. इसलिए उन्होंने विभाग से पूरे प्रकरण को लेकर निष्पक्ष जांच तथा कार्रवाई करने की मांग की है.
वहीं वन मंडल अधिकारी ठियोग नितिन पाटिल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वन भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर शिकायत आई है और इसे लेकर राजस्व विभाग को भूमि की डिमार्केशन के लिए लिखा गया है जिसके बाद नियमों के तहत आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. ग्रामीणों का रास्ता बंद होने को लेकर उन्होंने कहा कि वन भूमि पर सभी का अधिकार होता है और कोई भी मनमर्जी से रास्ता बंद नही कर सकता.